जमशेदपुर: जमशेदजी नुसीरवानजी टाटा के सपनों का शहर जमशेदपुर के नामकरण के 100 वर्ष पूरा हो गए. इस अवसर पर बिष्टुपुर स्थित एक्सएलआरआई ऑडिटोरियम में शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के अलावा कई गणमान्य शामिल हुए.
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने टाटा पर आधारित डाक टिकट जारी कर टाटा के इतिहास पर लिखित कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया, साथ ही टाटा पर आधारित डाक टिकट का विमोचन किया. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा है कि टाटा ने नैतिकता और मूल्य को उद्योग में अपनाकर सफलता पाई है, जो आज की जरूरत है. उन्होंने दूसरे उद्यमियों को भी इससे सीख लेने की अपील की. उन्होंने कहा कि ऐसा काम ना करें जिससे विजय माल्या और नीरव मोदी की तरह देश छोड़कर भागना पड़े.
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि देश की आजादी से पहले औद्योगिक क्रांति लाने वाले टाटा स्टील ने आज 100 साल पूरा करने के साथ एक इतिहास कायम किया है. उन्होंने कहा है कि टाटा उद्योग में नैतिकता और मूल्य को इस्तेमाल कर आज सफलता के शिखर पर है, दूसरे उद्यमियों को भी सीख लेने की जरुरत है.
वहीं झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने टाटा ग्रुप को बधाई देते हुए कहा कि टाटा स्टील झारखंड की एक अमित पहचान है, एक महान व्यक्तित्व की सोच से जमशेदपुर की पहचान बनी है.
टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्र ने शहर के 100 साल के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा है कि साकची गांव से जाने जाना वाला यह शहर आज जिस मुकाम पर पहुंचा है इसके लिए सभी धन्यवाद के पात्र है।गर्व होता है अपने शहर पर ।हमें जमशेदजी के सपनों को पूरा करते हुए निष्ठा पूर्वक उद्योग में काम करते हुए मज़दूर शहरवासियों को हर सम्भव मदद करने के प्रयास में है ।बाईट टीवी नरेंद्रन एमडी टाटा स्टील। राष्ट्रीय गान के साथ शताब्दी समारोह का समापन हुआ ।
इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, राज्यपाल दौपदी मुर्मू, झारखंड सरकार के मंत्री चंपई सोरेन, टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन के अलावा कई गणमान्य मौजूद रहे.