दुमकाः राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम बुधवार को दुमका पहुंची. एनसीडब्ल्यू की टीम (NCW team) ने दुमका में अंकिता मर्डर केस (dumka ankita murder case) मामले में मृतका के परिजनों से मुलाकात की और घटना की पूरी जानकारी ली. दो सदस्यीय टीम ने परिजनों के साथ घटनास्थल का भी मुआयना किया. साथ ही कमरे में जाकर एक-एक चीज को देखा. टीम ने परिवार वालों से उन परिस्थितियों की भी जानकारी ली, जिसके बाद शाहरुख ने पेट्रोल डालकर अंकिता को जला दिया.
ये भी पढ़ें-अंकिता हत्याकांड दुमका में दिनभर, महिला आयोग ने लिया संज्ञान, एसपी करेंगे जांच का सुपरविजन
इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग ने अंकिता सिंह मर्डर केस मामले (National Commission for Women) का संज्ञान लिया था. एनसीडब्ल्यू चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने ट्वीट कर डीजीपी झारखंड को लेटर लिखकर निष्पक्ष जांच का आदेश दिया था. साथ ही सात दिन में रिपोर्ट मांगी थी. इस कड़ी में एनसीडब्ल्यू की दो सदस्यीय टीम मंगलवार शाम को ही रांची पहुंच गई थी और डीजीपी कार्यालय से मामले की जानकारी ली थी. बुधवार को टीम दुमका में अंकिता के घर पहुंची.
एनसीडब्ल्यू की दो सदस्यीय टीम में शामिल राष्ट्रीय महिला आयोग की अंडर सेक्रेटरी शिवानी डे और लीगल काउंसलर शिवानी सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा के आदेश पर हम लोग यहां आए हैं. हम लोग दमका में अंकिता मर्डर केस की पूरी रिपोर्ट राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा को सौंपेंगे. हम लोगों ने अंकिता के परिजनों और अंकिता सिंह के पिता से बात की है. घटनास्थल भी देखा है, यहां से जाने के बाद रिपोर्ट तैयार कर आगे की कार्रवाई कराई जाएगी.
क्या है अंकिता सिंह मर्डर केसः दुमका में व्यवसायी संजीव सिंह की बेटी अंकिता को पड़ोस में ही रहने वाला शाहरूख काफी समय से परेशान कर रहा था. अंकिता के घर वालों ने बताया कि उनकी बेटी 12 वीं कक्षा की छात्रा थी. शाहरूख ने कहीं से अंकिता का नंबर हासिल कर लिया था. तभी से वह एकतरफा प्यार में अंकिता पर दोस्ती करने का दबाव डाल रहा था. आरोप है कि अंकिता जब राजी नहीं हुई और उसे झिड़का तो शाहरुख ने आपा खो दिया और धमकी दी कि अगर मेरा कहा नहीं मानोगी तो मैं तुम्हें मार डालूंगा.
अंकिता के परिजनों ने बताया कि मंगलवार (23 अगस्त) सुबह अंकिता घर में सोई हुई थी. इसी बीच शाहरूख उसके घर पहुंचा और खिड़की से उस पर पेट्रोल फेंक दिया और जब तक वह कुछ समझ पाती आरोपी ने माचिस जला कर उसको आग लगा दी. बाद में रिम्स में उसकी मौत हो गई.
इधर अंकिता हत्याकांड की गहन जांच करने के लिए रांची से फॉरेंसिक साइंस की टीम और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम बीते दिन दुमका पहुंची थी. टीम ने सबूत जुटाए. इधर एक तरफ इस मामले में राजनीति चल रही है तो दूसरी ओर एनसीडब्ल्यू की टीम ने परिजनों से पूछताछ की.