चतरा: उत्तर प्रदेश के झांसी में हुए पुलिस एनकाउंटर को लेकर उपजा विवाद गर्माता जा रहा है. घटना में मारे गए पुष्पेंद्र यादव को लेकर पनपा विवाद शांत होने के बजाय और सियासी रूप लेते जा रहा है. घटना के विरोध में विपक्षी दलों के साथ गैर-राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ता भी अब सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सभी योगी सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहे हैं.
गौरतलब है कि यूपी पुलिस ने एक एनकाउंटर किया था. जिसके विरोध में देर शाम चतरा में कैंडल मार्च निकाला गया. यह मार्च यादव सभा के बैनर तले निकाला गया था. उपायुक्त कार्यालय से शुरू हुआ यह मार्च शहर के कई गली-मोहल्लों से होते हुए चतरा की हृदय स्थली कहे जाने वाले केसरी चौक पहुंचकर संपन्न हो गया. केसरी चौक पर मार्च में शामिल यादव महासभा के कार्यकर्ताओं और युवा नेताओं ने पुष्पेंद्र यादव की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.
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इस दौरान मार्च में शामिल कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार और उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन के खिलाफ 'योगी सरकार होश में आओ', 'फर्जी एनकाउंटर बंद करो', 'यूपी पुलिस हाय-हाय' समेत कई नारे लगाए. मौके पर युवा नेताओं ने केंद्र सरकार से मामले की उच्च स्तरीय जांच कराते हुए दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. उनका कहना है कि योगी सरकार साजिश के तहत यादवों की हत्या कराना चाहती है. ऐसे में सभी यादव एकजुट हो चुके हैं और पुष्पेंद्र के परिजनों को इंसाफ दिलाने के लिए सड़क से सदन तक ईंट से ईंट बजा देंगे. कैंडल मार्च में प्रतीक यादव, रूपेश यादव, राहुल यादव, डीएम यादव, कृष्णा यादव, प्रकाश यादव, मुकेश यादव सहित दो दर्जन युवा शामिल थे.