चाईबासा: कोल्हान विश्वविद्यालय का चतुर्थ दीक्षांत समारोह टाटा कॉलेज परिसर में धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुईं. राज्यपाल के साथ सैकड़ों अतिथि एवं हजारों विद्यार्थी कार्यक्रम में उपस्थित रहे.
इस दौरान कुलपति ने विश्वविद्यालय की गतिविधियों को प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के हाथों कोल्हान विश्वविद्यालय के लगभग 38 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से नवाजा गया. इसके साथ ही 2,405 छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र के साथ मेडल दिया गया.
उपाधि ग्रहण करना ही जीवन का मकसद नहीं
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उपाधि ग्रहण करना मात्र ही जीवन का मकसद नहीं होना चाहिए, बल्कि जीवन के कर्म क्षेत्र में प्रवेश कर अपनी दक्षता एवं प्रतिभा से अपनी पहचान स्थापित करना लक्ष्य होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से ही किसी भी देश का विकास संभव है. गुणात्मक शिक्षा के माध्यम से ही विद्यार्थियों में स्वतंत्र अन्वेषण आत्मक तथा स्पष्ट रूप से चिंतन करने तथा निर्णय लेने की क्षमता विकसित हो सकती है. उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम में कौशल विकास को शामिल करने की जरूरत है. प्राकृतिक एवं खनिज संपदा से समृद्धि झारखंड में विकास की असीम संभावनाएं हैं, लेकिन बौद्धिक संपदा के बिना हम इनका समुचित उपयोग नहीं कर सकते हैं.