बोकारो: चलकरी उत्तरी और दक्षिणी पंचायत के ग्रामीणों ने पानी और बिजली की समस्या से परेशान होकर सीसीएल बी एंड के (B&K) महाप्रबंधक कार्यालय और करगली गेट गांधी चौक के पर घंटों धरना दिया.
इस दौरान ग्रामीण महिलाओं ने सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ भड़ास निकाली. महिलाओं ने सीसीएल प्रबंधन की नीति को भेदभाव की नीति बताया. जिप सदस्य माला देवी ने कहा कि कोयला उत्खनन के बाद धूल, मिट्टी, गर्दा एवं ब्लास्टिंग का दंश झेलने के बाद भी सीसीएल द्वारा दी जाने वाली मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंच पा रही हैं.
विस्थापित नेता काशीनाथ केवट और कांग्रेस नेता अशोक मंडल ने कहा कि बीते पांच दशक से चलकरी उत्तरी और दक्षिणी पंचायत के गांव पानी और बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र सीसीएल के अंतर्गत आता है. विस्थापित नेता ने कहा कि वर्तमान समय में पानी व बिजली की समस्या इतनी भयंकर हो चुकी है कि पीने का पानी तक नसीब नहीं हो पा रहा है. सही ढंग से बिजली न मिलने के कारण बच्चों की पढ़ाई लिखाई पूरी तरह से बाधित हो चुकी है. वहीं पंचायत के मुखिया अखिलेश्वर ठाकुर और पंचायत समिति सदस्य इंद्रजीत मंडल ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन जानबूझकर मूलभूत सुविधाओं से दूर रख रही है.
इस समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रबंधन से अपील की है कि वह पोषक क्षेत्र में आने वाले गांवों को सुचारू रूप से बिजली व पानी की सप्लाई करें. इसे लेकर ग्रामीणों की ओर से प्रबंधन को एक मांग पत्र सौंपा गया. पूर्व मुखिया पंचानन मंडल, वार्ड सदस्य अरुण गिरि, माघो मंडल, भोला केवट और पंकज केवट ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन यदि कुछ दिनों के अंदर इन सारी व्यवस्था को दुरुस्त नहीं करती है तो मजबूर होकर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी सीसीएल प्रबंधन की होगी.