रांचीः विधायक इरफान अंसारी का देवघर के बाबा मंदिर में भगवान भोले शंकर पर जल अर्पण करना और पूजा पाठ करने पर योग शिक्षिका राफिया नाज ने सवाल खड़ा किया है. उन्होंने इरफान अंसारी से सवाल पूछते हुए कहा है कि एक मुस्लिम लड़की जब योग करती है तब विधायक तरह-तरह की बातें करते हैं. धर्म का हवाला देकर उसे प्रताड़ित किया जाता है. फिजूल बातें की जाती हैं, लेकिन वह मंदिर में जाकर भगवान भोले शंकर की पूजा कर रहे हैं और खुद को शिव का भक्त बता रहे हैं.
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राफिया नाज का सवाल
क्या इस्लाम में अब यह जायज है, क्योंकि वो एक विधायक हैं. इस दौरान और भी कई गंभीर आरोप योग शिक्षिका राफिया नाज ने विधायक इरफान अंसारी पर लगाए हैं. राफिया नाज यह भी कहती हैं कि इरफान अंसारी ने हमेशा ही उनके योग किए जाने पर मुस्लिम समाज के लोगों को उनके खिलाफ भड़काया है और ऐसे में जब वह खुद मंदिर जाकर भगवान शिव की पूजा अर्चना कर रहे हैं, यह कैसे जायज हो सकता है. क्या वह विधायक हैं इसलिए कुछ भी कर सकते हैं और एक आम नागरिक भारतीय सभ्यता और संस्कृति को अपना नहीं सकता है. यह पूरे समाज के लिए एक सवाल है.
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धर्म की राजनीति करते हैं इरफान अंसारी
राफिया नाज ने कहा कि इस विकट परिस्थिति में एक विधायक और उनके अनुसार एक डॉक्टर होने के नाते उन्हें इस महामारी से पीड़ित लोगों का इलाज करना चाहिए. लोगों का ध्यान रखना चाहिए ना कि धर्म की राजनीति करनी चाहिए. आखिर कब तक वह इस तरह धर्म की राजनीति करते रहेंगे. राफिया ने एक वीडियो जारी कर इरफान अंसारी से और भी कई सवाल पूछे हैं.
विधायक के खिलाफ पहले से राफिया ने दर्ज कराया है मुकदमा
विधायक इरफान अंसारी ने राफिया नाज के पहनावे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी इसी मामले में विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज है. योग शिक्षिका राफिया नाज ने विधायक पर मानहानि, स्त्री-लज्जा भंग करने, धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने, उसके खिलाफ हिंसा को भड़काने सहित अन्य आरोप लगाया है. इसको लेकर रांची सिविल कोर्ट के न्यायिक दंडाधिकारी एके गुड़िया की अदालत में केस दर्ज कराया गया था, लेकिन मामला विधायक से जुड़े होने के कारण केस को एमपी-एमएलए की विशेष अदालत दिनेश कुमार की अदालत में स्थानांतरित कर दिया था. इस मामले में अब भी सुनवाई चल रही है.