रांचीः पूरे झारखंड में राज्य सरकार ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती के अवसर पर सरकारी अवकाश की घोषणा की थी. घोषणा के बाद खूंटी में समाहरणालय समेत सभी सरकारी कार्यालय पूरी तरह बंद रहे. खूंटी समाहरणालय परिसर में सन्नाटा पसरा था, लेकिन जिले के सरकारी विद्यालय अन्य दिनों की तरह खुले रहे.
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जानकारी के अनुसार शिक्षक विद्यार्थी सभी स्कूल में अध्य्यनरत रहे. जब शिक्षकों से बातचीत की गयी तो बताया कि जिला शिक्षा विभाग की तरफ से कोई सर्कुलर नहीं आया, साथ ही मध्याह्न भोजन की अनिवार्यता को लेकर विद्यालय खोले गए हैं. नौंवीं बोर्ड को लेकर भी विद्यालय में अवकाश नहीं दिए गए.
दरअसल, झारखंड सरकार ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती के अवसर पर सरकारी अवकाश की घोषणा सिर्फ सरकारी दफ्तरों के बाबुओं तक रही. सरकारी विद्यालय में विद्यार्थी पढ़ाई करते रहे और खूंटी में जिस तरीके से सरकारी स्कूल खुले रहे इससे साफ जाहिर होता है कि यहां पर सरकारी आदेश बेकार है क्योंकि यहां न तो ग्रामीण सरकार और सविंधान को मानते हैं तो सरकारी संस्थान के अधिकारी क्या मानेंगे.