रांची: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस ने एक बार फिर चिकित्सा की दुनिया में नया कीर्तिमान रचा है. रिम्स के ऑर्थो विभाग में पहली बार मरीज के दोनों घुटने का प्रत्यारोपण किया गया. बता दें कि बीएसएफ में कार्यरत 44 साल के पूरण सिंह के दोनों घुटनों में लगातार दर्द रहता था. जिसको लेकर उन्होंने रिम्स के ऑर्थो विभाग में डॉक्टरों से जांच कराया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें दोनों घुटनों को बदलने की सलाह दी.
इसको लेकर ऑर्थो विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एल बी मांझी ने बताया कि रिम्स में एक ही मरीज के दोनों घुटने का रिप्लेसमेंट पहली बार किया गया है जो कि निश्चित रूप से रिम्स के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. रिम्स में पहले भी कई मरीजों का घुटना प्रत्यारोपित किया गया है लेकिन यह ऑपरेशन अपने आप में खास है क्योंकि रिम्स में पहली बार एक मरीज के दोनों घुटने का रिप्लेसमेंट किया गया है. उन्होंने कहा कि रिम्स में यह ऑपरेशन काफी सस्ते में होता है जबकि इसी ऑपरेशन के लिए बाहर लोगों को 5 से 6 लाख रुपए खर्च करने पड़ते हैं.
ऑर्थो विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एल बी मांझी बताते हैं कि इस तरह का ऑपरेशन रिम्स अस्पताल में आये दिन होनी चाहिए लेकिन फैकल्टी की कमी के कारण से इस तरह का ऑपरेशन लगातार नहीं हो पा रहा है. उनका कहना है कि इस ऑपरेशन के बाद निश्चित रूप से रिम्स के प्रति लोगों का भरोसा और भी बढ़ेगा.
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मरीज पूरण सिंह ने भी ऑपरेशन के सफल होने के बाद डॉक्टरों को धन्यवाद करते हुए कहा की डॉक्टर ने उनके घुटने का सफल ऑपरेशन किया और रिम्स के डॉक्टरों ने अपाहिज होने बचा लिया.