रांची: भारत में ओमीक्रोन वेरिएंट केस लगातार बढ़ रहे हैं. कोविड-19 के इस Omicron Variant के मामलों को देखते हुए राज्य सरकार गंभीर हो गई है. रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर यात्रियों की जांच के लिए निगरानी टीम तैनात कर दी गईं हैं. स्वास्थ्य विभाग ने सभी उपायुक्तों को भी अलर्ट कर दिया है. इन सबके बीच झारखंड में प्राइमरी स्कूलों में कक्षाएं खुलने पर सवाल खड़े हो गए हैं.
ये भी पढ़ें-Omicron in MP! तीन राज्यों की सीमाओं से लगे 20 जिले अलर्ट पर
बता दें कि वर्तमान में क्लास 06 से ऊपर की कक्षाएं प्राइवेट और सरकारी विद्यालयों में चलाई जा रहीं हैं. लेकिन पासवा समेत कई निजी स्कूल एसोसिएशन का दबाव है कि कक्षा 5 और प्ले स्कूलों को भी खोल दिया जाय. दिसंबर के तीसरे सप्ताह तक इसपर कुछ निर्णय लिए जाने की संभावना थी. इधर कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन ने झारखंड सरकार को चौंकन्ना कर दिया है.
स्कूल खुलने पर बच्चे कैसे रहेंगे सुरक्षितः अजय राय
झारखंड राज्य अभिभावक मंच के अध्यक्ष अजय राय ने पासवा की मांग पर तंज कसते हुए कहा है कि छोटे बच्चों का स्कूल खोलने से पहले सरकार सुनिश्चित कर ले कि वे कैसे कोरोना से सुरक्षित रहेंगे.
इधर पिछले दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ज्ञापन सौंपकर स्कूलों में सभी क्लास शुरू करने की मांग करने वाले प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन यानी पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक दूबे ने कहा है कि कोरोना के कारण पिछले डेढ़ वर्षों से स्कूलों में पढ़ाई बाधित है. बच्चों का शारीरिक मानसिक विकास बाधित हो रहा है. उन्होंने मुख्यमंत्री से आपदा प्रबंधन की बैठक बुलाकर शीघ्र निर्णय लेने की मांग की है, जिससे बच्चों के बीच शैक्षणिक कार्य हो सके.