खूंटीः झारखंड के चुनावी दंगल में ईवीएम में कैद प्रत्याशियों के भाग्य के फैसले की कांउटिंग के कांउट-डाउन के साथ उनकी धड़कनें तेज हैं. खूंटी जिला के बिरसा कॉलेज के स्ट्रांग रूम में सील ईवीएम के निकलने वाले परिणाम कइयों का पॉलिटिक्ल करियर भी तय करेगा.
चुनाव के बाद भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ बूथों से लौटे इएवीएम को प्रशासनिक महकमे ने स्ट्रांग रूम की पहरेदारी और निगरानी को सख्त-चौकस बनाये रखा है. इसके बावजूद झामुमो को भरोसा नहीं है. क्योंकि उनके एक प्रत्याशी मतगणना केंद्र के बाहर टेंट लगा दिया है. झामुमो प्रत्याशी राम सूर्य मुंडा काउंटिंग स्थल के बाहर तंबू में रात गुजार रहे हैं और दिन रात पहरेदारी कर रहे हैं.
शनिवार की सुबह आठ बजे से आंरभ होने वाले मतगणना कार्य को लेकर जिला निर्वाचन सहित पूरा महकमा अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है. वहीं सीआईएसएफ के जवानों सहित तीन लेयर की सुरक्षा घेरे के बीच सीलबंद कमरे में रखे ईवीएम मशीन शनिवार की सुबह सात बजे से स्ट्रांग रूम से बाहर निकल सीधे कांउटिंग टेबल तक पहुंचेगी और दोपहर 12 बजे तक स्पष्ट रूझान के साथ परिणाम सबके सामने होगा.
वज्रगृह का पूरा एरिया सुरक्षा बलों के तीन लेयर निगरानी के साथ साथ सीसीटीवी से निगरानी रखी जा रही है. 24 घंटे की रिकॉर्डिंग को देखने के लिए मॉनिटर लगाये गये हैं. जहां बैठकर प्रत्याशी के एजेंट ईवीएम पर टकटकी लगाये देख रहे हैं और सारे दिन डीसी लोकेश मिश्रा, एसपी अमन कुमार समेत अन्य अधिकारी पुलिस पदाधिकारियों की विजिट होती दिखी.
इन सबके बीच राजनीतिक दलों के नेता कार्यकर्ता भी कांउटिंग सेंटर्स के बाहर टेंट लगाकर ईवीएम की सुरक्षा का दावा कर रहे है. टेंट लगाए झामुमो प्रत्याशी राम सूर्य मुंडा ने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से टेंट लगाकर ने ईवीएम की रक्षा कर रहे हैं. झामुमो के केंद्रीय कमेटी के निर्देशानुसार वे ईवीएम की रक्षा कर रहे है. विगत चुनाव के दौरान भी इसी तरह तंबू गाड़कर ईएवीएम की रक्षा की गई थी. हालांकि उन्होंने कहा कि पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त है और यहां किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है.
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