रांची: नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक मेयर आशा लकड़ा की अध्यक्षता में शनिवार को निगम सभागार में की गई. जिसमें पिछले बैठक की संपुष्टि और अनुपालन की स्वीकृति दी गई. वहीं, संविदा पर सेवा दे रहे एक लेखा पदाधिकारी, एक सहायक अभियंता, 6 कनीय अभियंता, 9 सहायक सह डाटा एंट्री ऑपरेटर और एक अमीन की सेवा विस्तार दी गई.
मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि मुख्य रूप से छठ महापर्व को लेकर शहर की साफ-सफाई और तालाबों की सफाई को लेकर चर्चा की गई है. जिसमें शहर के मुख्य तालाबों की सफाई पूरी कर ली गई है, बाकी छोटे तालाब के सफाई जल्द पूरी कर ली जाएगी. उन्होंने बताया कि सभी वार्डों में 15वें वित्त आयोग की राशि से लगभग 28 करोड़ की योजनाओं की स्वीकृति के लिए विभाग को भेजा जाएगा. हालांकि स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में पार्षदों में 15वें वित्त के तहत काम नहीं मिलने पर नाराजगी जताई है. जिसको लेकर मेयर ने कहा कि कुछ ही ऐसे वार्ड है. जहां काम नहीं दिया गया है लेकिन उन्हें भी फंड आने पर काम मुहैया कराया जाएगा. वहीं उन्होंने 15वें वित्त के तहत मिली राशि बढ़ाने की मांग सरकार से की है.
उन्होंने बताया कि बड़ा तालाब के आसपास की दीवारों ने पेंटिंग कर उसे पर्यटन स्थल की तरह विकसित करने का प्रयास किया गया है. इसी तरह अन्य स्थानों को भी विकसित किया जाएगा. हालांकि उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से निगम को फंड नहीं मिल रहे हैं और ना ही कोई सहायता मिली है लेकिन लगातार पत्राचार किया जा रहा है. वहीं, टैक्स कलेक्शन एजेंसी श्री पब्लिकेशन से 2 दिनों के अंदर मांगे गए जवाब को लेकर उन्होंने कहा कि 10 नवंबर को इस मसले पर बैठक कर आगे का निर्णय लिया जाएगा.
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डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने बताया कि शहर के विभिन्न सरकारी एजेंसियों की भूमि, भवन, गैरमजरूआ जमीन जो दूसरे किसी विभाग को आवंटित नहीं है. उन पर स्वामित्व लेने का निर्णय निगम की स्टैंडिंग कमेटी में लिया है. इसको लेकर सरकार और विभिन्न विभागों को पत्र लिखा जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चौक चौराहों का डीपीआर बनाने की जिम्मेवारी इंजीनियरिंग विभाग को दी गई है ताकि उसे बेहतर तरीके से विकसित किया जा सके. उन चौक चौराहों का रखरखाव की जिम्मेदारी अलग-अलग संगठन को दी जाएगी. इसके अलावा शहर में स्थित पोल पर कई कंपनियों के तार लगे रहते हैं. जिसके लिए नगर निगम में शुल्क निर्धारित किया है. उनकी जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है.