रांची: राजधानी रांची में 10 जून को हुई हिंसक झड़प को लेकर राज्य भर के राजनेता शांति की अपील कर रहे हैं. बगोदर के विधायक और भाकपा माले के वरिष्ठ नेता विनोद सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से राजधानी रांची में प्रशासन के नाक के नीचे हिंसात्मक घटना हुई है उसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है. विधायक विनोद सिंह ने कहा कि जो भी वीडियो और फुटेज सामने आए हैं उसमें स्पष्ट दिख रहा है कि प्रशासन के द्वारा इंसानों को टारगेट करते हुए गोली चलाया है.
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विनोद सिंह ने कहा कि रांची के एसएसपी और डीसी ने किसी भी वरिष्ठ पदाधिकारी से अनुमति लिए बगैर गोली चलाई है, जिसमें वैसे लोग भी मारे गए हैं जो भीड़ में शामिल नहीं थे. उन्होंने कहा कि भाकपा माले की तरफ से अपने कार्यकर्ताओं के साथ वह भीड़ में मारे गए युवकों के घर गए थे, जिसमें उन्होंने पाया कि जो भी युवक मारे गए हैं उनके परिजन बहुत ही गरीब हैं और उनकी आर्थिक स्थिति खराब है. ऐसे में अगर पुलिस की गोली से उनकी मौत हुई है तो निश्चित रूप से पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में आती है.
भाकपा माले नेता ने 10 जून को हुई पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि अनियंत्रित भीड़ को नियंत्रण करने के लिए कई तरह के उपाय थे जैसे वाटर कैनन, आंसू गैस, लाठीचार्ज. राजधानी रांची में सभी चीजों की व्यवस्था थी इसके बावजूद भी पुलिस ने लोगों को टारगेट कर गोली चलाई है जो कि निंदनीय है. माले विधायक विनोद सिंह ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग और आरोपियों पर उचित कार्रवाई की मांग की है.