जमशेदपुर: भारत सरकार रेल मंत्रालय ने ट्रेन के किराए में वृद्धि कर दी है जो नए साल के 1 जनवरी से लागू होगा. किराए में वृद्धि की खबर से आम जनता में नाराजगी है. टाटानगर रेलवे स्टेशन में यात्रियों ने किराए में बढ़ोतरी होने पर कहा कि इससे जनता पर आर्थिक बोझ पड़ेगा जबकि महंगाई और बेरोजगारी बढ़ रही है. सरकार को इसे समझने की जरूरत है.
नए साल 2020 में प्रवेश करने से पहले भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने देश की जनता को नया तोहफा दिया है ट्रेन के किराए में महज एक, दो, तीन और चार पैसे की बढ़ोतरी की गई है जो प्रति किलोमीटर पर लगेगा. रेल मंत्रालय ने सामान्य श्रेणी के किराए में एक पैसा प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की है जबकि मेल एक्सप्रेस के नॉन एसी के किराए में दो पैसा प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की है.
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वहीं एसी चेयर कार, 3 टियर, 2 टियर और एसी फर्स्ट क्लास के किराए में चार पैसा प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई है. टाटानगर रेलवे स्टेशन में यात्रियों और आम जनता से ट्रेन के किराए में बढ़ोतरी पर ईटीवी भारत ने बात की तो यात्रियों और आम जनता का कहना है कि एक पैसा या दो पैसा भले ही कम दिखता है, लेकिन सफर लंबा होता है किलोमीटर ज्यादा होता है तो किराए में इजाफा होने से आर्थिक बोझ पड़ेगा.
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ऐसे में सरकार को सोचना चाहिए कि देश में बेरोजगारी और महंगाई बढ़ रही है लेकिन वेतन नहीं बढ़ रहा है. ऐसे में नए साल में ट्रेन का किराया बढ़ाना उचित नहीं है. वहीं यात्रियों ने कहा कि जनता कुछ नहीं कर सकती उसे तो सहना ही पड़ेगा, वहीं कुछ यात्रियों का कहना है कि मोदी जी जो चाहे वह कर ले कोई कुछ नहीं कर सकता.