ETV Bharat / city

सरकारी अस्पताल में उपलब्ध है दवा, सहिया के सहारे बाहर चल रही है अवैध दवा की दुकान

गिरिडीह में सरकारी अस्पताल के बाहर अवैध दवा दुकान धड़ल्ले से चल रही है. अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को सहियाओं की मदद से दुकान से दवा लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है. पूरा मामला सामने आने के बाद ड्रग इंस्पेक्टर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

illegal-drug-shop-outside-government-hospital
अस्पताल के बाहर अवैध दवाखाना
author img

By

Published : Jan 6, 2022, 8:01 PM IST

Updated : Jan 6, 2022, 9:17 PM IST

गिरीडीह: गरीबों के सरकारी लाभ पर डकैती होती रहती है. इस बार गिरिडीह में कुछ ऐसा ही हो रहा है. यहां सरकारी अस्पताल के बाहर मेडिकल की दुकान चल रही है. बड़ी बात है कि अस्पताल में दवा उपलब्ध रहने के बाद भी सहिया के द्वारा मरीजों के परिजनों को इसी बाहरी दुकान से दवा दिलवाया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- Corona Effect in Giridih: गिरिडीह में सड़कों पर उतरा प्रशासन, कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने की दी नसीहत

सरकारी अस्पताल में अवैध दवाखाना

एक तरफ गिरिडीह में सरकारी अस्पताल में दवा की उपलब्धता का दावा किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ मरीजों को बाहर से दवा लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है. गिरिडीह का मातृ एवं शिशु इकाई में कुछ ऐसा ही खेल धड़ल्ले से चल रहा है. यहां भर्ती मरीजों को या फिर यहां चेकअप के लिए पहुंची महिलाओं को दवा इकाई के मुख्य द्वार पर संचालित अवैध मेडिकल दुकान से दवा खरीदना पड़ रहा है.

देखें वीडियो

बिना साइन बोर्ड के चल रहा मेडिकल दुकान

दरअसल लगातार यह शिकायत मिल रही थी कि मातृ एवं शिशु इकाई के ठीक बाहर एक कमरा है. जिसमें अवैध तौर पर दवा की खरीद बिक्री की जाती है. इतना ही नहीं जिन महिला मरीजों का अस्पताल में इलाज होता है. उन्हें लेकर सहिया अस्पताल से बाहर आ जाती हैं और इसी दुकान से दवा खरीदवाती है. इस शिकायत की पड़ताल की गई तो मामला सच निकला.

सहिया की मिलीभगत से अवैध कारोबार
बुधवार को चार-पांच मरीज के परिजनों का पुर्जा लेकर सहिया इस दुकान में पहुंची. यहां दवा खरीदा जा रहा था. जब इस मामले पर दवा लेने पहुंची महिलाओं से बात की गई तो बताया कि सहिया ने उन्हें बताया कि अस्पताल के अंदर अवस्थित दवा दुकान में उपर्युक्त दवाइयां नहीं है. सहिया ने ही उन्हें इस दुकान में भेजा है.

ये भी पढ़ें- सरकारी डॉक्टर्स के निजी प्रैक्टिस पर रोक के लिए किसान मंच का प्रदर्शन, दूसरी तरफ चिकित्सक नहीं रहने पर MCH में हंगामा

सरकारी दुकान में उपलब्ध थी दवा
इधर जब दवा की उपलब्धता कि जानकारी अस्पताल में स्थित सरकारी दुकान से ली गई तो पता चला कि वहां सारी दवा मौजूद . यह भी बताया कि जो भी मरीज या उनके परिजन दवा लेने यहां आते हैं उन्हें दवा दी जाती है.

दुकानदार ने काटी कन्नी
दूसरी तरफ बाहर के सरकारी भवन में बाकायदा दरवाजा लगाकर दवा दुकान चला रहे दुकानदार से जानकारी मांगी गई तो वह कुछ बताने से परहेज करने लगा. इतना नहीं ऊंची पैरवी का हवाला भी दिया.

ड्रग इंस्पेक्टर ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
इस पूरे मामले पर ड्रग इंस्पेक्टर अरूप रतन शाहा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अस्पताल के बाउंड्री के दीवार से सटे सरकारी भवन में अवैध तरीके से दवा दुकान का संचालन होने की जानकारी उन्हें नहीं थी. आज उन्हें जानकारी मिली है ऐसे में संबंधित दुकानदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायी जाएगी.

गिरीडीह: गरीबों के सरकारी लाभ पर डकैती होती रहती है. इस बार गिरिडीह में कुछ ऐसा ही हो रहा है. यहां सरकारी अस्पताल के बाहर मेडिकल की दुकान चल रही है. बड़ी बात है कि अस्पताल में दवा उपलब्ध रहने के बाद भी सहिया के द्वारा मरीजों के परिजनों को इसी बाहरी दुकान से दवा दिलवाया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- Corona Effect in Giridih: गिरिडीह में सड़कों पर उतरा प्रशासन, कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने की दी नसीहत

सरकारी अस्पताल में अवैध दवाखाना

एक तरफ गिरिडीह में सरकारी अस्पताल में दवा की उपलब्धता का दावा किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ मरीजों को बाहर से दवा लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है. गिरिडीह का मातृ एवं शिशु इकाई में कुछ ऐसा ही खेल धड़ल्ले से चल रहा है. यहां भर्ती मरीजों को या फिर यहां चेकअप के लिए पहुंची महिलाओं को दवा इकाई के मुख्य द्वार पर संचालित अवैध मेडिकल दुकान से दवा खरीदना पड़ रहा है.

देखें वीडियो

बिना साइन बोर्ड के चल रहा मेडिकल दुकान

दरअसल लगातार यह शिकायत मिल रही थी कि मातृ एवं शिशु इकाई के ठीक बाहर एक कमरा है. जिसमें अवैध तौर पर दवा की खरीद बिक्री की जाती है. इतना ही नहीं जिन महिला मरीजों का अस्पताल में इलाज होता है. उन्हें लेकर सहिया अस्पताल से बाहर आ जाती हैं और इसी दुकान से दवा खरीदवाती है. इस शिकायत की पड़ताल की गई तो मामला सच निकला.

सहिया की मिलीभगत से अवैध कारोबार
बुधवार को चार-पांच मरीज के परिजनों का पुर्जा लेकर सहिया इस दुकान में पहुंची. यहां दवा खरीदा जा रहा था. जब इस मामले पर दवा लेने पहुंची महिलाओं से बात की गई तो बताया कि सहिया ने उन्हें बताया कि अस्पताल के अंदर अवस्थित दवा दुकान में उपर्युक्त दवाइयां नहीं है. सहिया ने ही उन्हें इस दुकान में भेजा है.

ये भी पढ़ें- सरकारी डॉक्टर्स के निजी प्रैक्टिस पर रोक के लिए किसान मंच का प्रदर्शन, दूसरी तरफ चिकित्सक नहीं रहने पर MCH में हंगामा

सरकारी दुकान में उपलब्ध थी दवा
इधर जब दवा की उपलब्धता कि जानकारी अस्पताल में स्थित सरकारी दुकान से ली गई तो पता चला कि वहां सारी दवा मौजूद . यह भी बताया कि जो भी मरीज या उनके परिजन दवा लेने यहां आते हैं उन्हें दवा दी जाती है.

दुकानदार ने काटी कन्नी
दूसरी तरफ बाहर के सरकारी भवन में बाकायदा दरवाजा लगाकर दवा दुकान चला रहे दुकानदार से जानकारी मांगी गई तो वह कुछ बताने से परहेज करने लगा. इतना नहीं ऊंची पैरवी का हवाला भी दिया.

ड्रग इंस्पेक्टर ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
इस पूरे मामले पर ड्रग इंस्पेक्टर अरूप रतन शाहा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अस्पताल के बाउंड्री के दीवार से सटे सरकारी भवन में अवैध तरीके से दवा दुकान का संचालन होने की जानकारी उन्हें नहीं थी. आज उन्हें जानकारी मिली है ऐसे में संबंधित दुकानदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायी जाएगी.

Last Updated : Jan 6, 2022, 9:17 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.