चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा में हुए 7 लोगों की हत्या पर राजनीति शुरू हो गई है. जिला प्रशासन के द्वारा 144 धारा लगाकर भाजपा के 6 सदस्य टीम को रोके जाने को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार हत्याकांड की सच्चाई को छुपाने की प्रयास कर रही है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि चुनाव संपन्न होने के बाद राज्य की जनता ने झारखंड मुक्ति मोर्चा को जनादेश दिया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री भी बने और सरकार बनने के तुरंत बाद कैबिनेट की बैठक में पत्थलगड़ी समर्थकों और सीएनटी-एसपीटी एक्ट में जितने भी मामले दर्ज हुए हैं उनको वापस लेने की घोषणा कर दी. इसकी घोषणा के तुरंत बाद ही पत्थलगड़ी समर्थकों का मनोबल ऊंचा हो गया. इस कराण इस तरह की निर्मम हत्या की घटना सामने आई.
लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन घटनास्थल पहुंचकर मृतकों के आश्रितों से मुलाकात की और उन्होंने मारने वाले और मरने वाले दोनों को अपना आदमी बताया है. आदिवासियों की वोट से सरकार बनी और आदिवासियों की ही रक्षा और सुरक्षा ही झारखंड में नहीं है. उन्होंने कहा कि इस घटना में 7 लोगों का शव बरामद हुआ है, लेकिन और भी शव बरामद होने की आशंका है. झारखंड में इस तरह की पहले की सरकार के समय पूरी तरह से ठंडी पड़ गई थी. जब से यह सरकार बनी है सरकार बनने के तुरंत बाद ही अदृश्य शक्तियां सक्रिय हो गई है.
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मुख्यमंत्री के द्वारा पत्थलगड़ी की बात स्वीकार नहीं किए जाने के सवाल पर लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि मुख्यमंत्री पत्थलगड़ी की बात स्वीकार नहीं करेंगे क्योंकि वह जानते हैं कि यह मामला पत्थलगड़ी और पत्थलगड़ी के विरोध में घटी है. क्योंकि पिछले दिनों कैबिनेट की मीटिंग में उन्होंने पत्थलगड़ी समर्थकों पर लगे मामला को हटाने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि दूसरे लहजा से अगर देखा जाए तो वह पत्थलगड़ी समर्थकों को आशीर्वाद दे रहे हैं.