बोकारो: जिले के गोमिया के स्वांग में पानी के संकट का समाधान करने का ग्रामीण युवकों ने ऐसा बीड़ा उठाया कि वे अपने इलाके में मिसाल बन गए. ग्रामीण युवकों ने संकल्प लिया कि इस बार किसी भी हाल में पानी का संकट नहीं होने देंगे. बस क्या था लॉकडाउन में घरों में कैद युवकों ने गैता कुदाल लेकर समााधान तलाशने में जुट गए. युवकों ने देखते ही देखते 4 कुएं खोद डाले. युवकों ने तय किया है कि माहे रमजान में वे अपनी ओर से समाज को इस बार कुआं भेंट करेंगे.
युवाओं ने पेश की मिसाल
रमजान की इबादत के दौरान स्वांग उत्तरी पंचायत के महावीर स्थान के मुस्लिम टोले के युवकों ने जो मिसाल पेश की है वह काबिल ए तारीफ है. युवकों ने अपने क्षेत्र के लोगों को इस बार पानी के संकट से निजात दिलाने का बीड़ा उठाया और खुद के श्रम से लगातार तीन कुएं खोद डाले हैं. तारीफ तो इस बात के लिए हो रही है कि जब पूरा देश लॉकडाउन में घरों में कैद था, उस समय का सदुपयोग कर अपने श्रम से इनलोगों ने एक बड़ी समस्या का समाधान कर अपने क्षेत्र को बड़ी समस्या से मुक्ति दिलायी है.
पानी से मिलेगी राहत
इनका यह प्रयास क्षेत्र की बड़ी आबादी को राहत देगी और इस बार प्यास बुझाने के लिए पानी की तलाश में क्षेत्र की महिलाओं को भटकना नहीं पड़ेगा. यहां के लोगों को यह बहुत टीसता था कि पानी के लिए समाज के लोगों को गरमी में दर-दर भटकना पड़ता था.
लॉकडाउन का मिला फायदा
पाक रमजान माह में ऐसे पाक काम कर युवकों में पुण्य कमाने की भी ललक है, लेकिन इस बीड़ा उठाने के पहले यह संकल्प था कि इस बार पूरे मोहल्ले को पानी संकट से मुक्त कराना है. संयोग से इस बार मौका भी था और समय भी. अब तो कुआं को पूरी तरह तैयार कर युवकों ने इस रमजान में समाज को कुआं भेंट करने का निश्चय कर लिया है.
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लोग कर रहे तारीफ
युवकों के इस काम की सराहना लोगों ने जमकर की है. वैसे भी देश में मरकज की करतूत से एक खास संप्रदाय के लिए लोगों के मन में जो भ्रम पैदा हुआ है. वैसे में यह कोशिश शानदार रंग लाएगा. इंसान अगर ठान ले तो कोई ऐसा काम नहीं जो असंभव हो और अगर उसे अपने पर भरोसा हो तो वह कुछ ऐसा कर जाता जो समाज के लिए मिसाल बन जाए.
इस रचनात्मक काम की सराहना की जा रही है. गोमिया के विधायक डॉक्टर लंबोदर महतो ने इस पहल की तारीफ की है. वहीं, कुआं को पक्का कराने का वादा किया है. उन्होंने कहा है कि वह विधायक फंड से कच्चे कुएं को पक्का कराने का काम कराएंगे. किसी ने ठीक ही कहा है कि खुदी को कर बुलंद इतना की खुदा बंदे से यह पूछे बता तेरी रजा क्या है.