पालघर : महाराष्ट्र में ग्रामीणों ने आदिवासियों का ईसाई धर्म में परिवर्तित करने के चार ईसाई मिशनरियों के प्रयास को विफल कर दिया. मिशनरियों ने आदिवासियों से कहा कि यदि वे ईसाई धर्म अपनाते हैं तो उन्हें उनकी पीड़ा से राहत मिलेगी. इसकी खबर दहानू पुलिस को मिली, जिसके बाद उन्होंने चार ईसाई मिशनरियों को गिरफ्तार कर लिया. यह घटना पालघर जिले के दहानू तालुका के सरावली तलवपाड़ा गांव की है, जहां चार ईसाई मिशनरी एक वृद्ध आदिवासी महिला को उसके घर पर अकेला देखकर उसके घर में घुसे. उन्होंने उसे ईसाई धर्म अपनाने के लिए पैसे का लालच दिया. मिशनरियों ने उसे अपने विश्वास का अभ्यास बंद करने और ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए कहा ताकि उसे अपनी बीमारियों से राहत मिल सके.
जैसे ही स्थानीय ग्रामीणों और हिंदू संगठनों के सदस्यों को पता चला कि मिशनरी गांव में आ गए हैं, वे जल्दी से बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए और उन मिशनरियों और बूढ़ी औरत को स्थानीय पुलिस स्टेशन ले गए. वृद्ध आदिवासी महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर दहानू पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर भारतीय दंड संहिता की धारा 153, 295, 448 और 34 लागू कर दी है. दहानू पुलिस ने सभी चार ईसाई मिशनरियों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान दावेदार डी. बैला, मरिआमा टी. फिलिप्स, परमजीत उर्फ पिंकी शर्मा कौर और परशुराम धर्म ढींगडा के रूप में हुई है.
बता दें कि पालघर जिले के सुदूर आदिवासी बहुल तालुका दहानु, तलासरी, जवाहर और विक्रमगढ़ में धर्मांतरण की प्रथा कई वर्षों से चल रही है. इस क्षेत्र के अशिक्षित आदिवासियों को उनकी अज्ञानता के साथ-साथ विभिन्न प्रलोभनों का लाभ उठाकर धर्मांतरित किया जा रहा है.