शिमला के गेयटी थियेटर में कैदियों ने लगाई प्रदर्शनी, अपने जीवन से सीख लेने की युवाओं से अपील
हिमाचल प्रदेश की जेलों में कैदियों को बिक्री के उत्पादन बनाना सिखाने के साथ ही हथकरघा से कपड़े बुनना, गरम शॉल सहित अन्य कई तरह के उत्पादों के साथ ही कारपेंटरी का काम भी सिखाया जा रहा है. वहीं, अब तो बैंबू आर्ट और ज्वेलरी बनाना भी जेलों में कैदियों को सिखाया जा रहा है. इन उत्पादों को बाजारों में बेचकर जो भी आमदनी हो रही है, उसका मेहनताना कैदियों को विभाग की ओर से दिया जा रहा है. इन्हीं पैसों से जेलों के अंदर रहकर भी यह कैदी अपने परिवार का गुजर बसर कर पा रहे हैं.