ऊना: ऊना की एक समाजसेवी संस्था जनहित मोर्चा मानवता की बेहतरीन मिसाल बनती जा रही है. संस्था के कार्यकर्ता लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करते हैं. जिसके बाद अस्थियों को हिन्दू रीति रिवाजों के साथ हरिद्वार में विसर्जित किया जाता है.
बता दें कि ऊना जनहित मोर्चा के कार्यकर्ता लगातार समाजसेवा के साथ-साथ ऊना के लोगों की आवाज सरकार और प्रशासन के समक्ष उठाने का काम कर रहे हैं. यह समाजसेवी संस्था पिछले करीब कई सालों से ऊना स्वर्गधाम में आने वाले लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर रही है. संस्था के कार्यकर्ता अंतिम संस्कार के बाद इनकी अस्थियों को हिन्दू रीति रिवाजों के साथ हरिद्वार में विसर्जित करते हैं. समाजसेवी संस्था की तरफ से बीते13 सालों से अब तक कुल 950 से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है.
संस्था के पदाधिकारी हर वर्ष दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए हरिद्वार में पिंड दान करवाने के साथ-साथ हरिद्वार में भंडारा भी लगाते हैं. ऊना जनहित मोर्चा के संस्थापक राजीव भनोट ने बताया कि पहचान के मोहताज शवों का अंतिम संस्कार और अस्थि विसर्जन करके उन्हें बहुत ही सकून मिलता है.
संस्था के चैयरमेन हरिओम गुप्ता ने बताया कि 13 वर्ष पहले शुरू की गई इस संस्था में सदस्यों की गिनती नाममात्र ही थी, लेकिन संस्था के कार्यों को देखते हुए ऊना के प्रबुद्ध लोग इससे जुड़ते गए और आज तन, मन, धन से संस्था के साथ काम कर रहे हैं. संस्था के सदस्यों की माने तो वें खुद को बहुत भाग्यशाली मानते हैं, जिन्हें इस तरह की संस्था से जुड़कर ऐसे समाजसेवा के काम करने का मौका मिल रहा है.