ऊना: प्रदेशवासियों को शुद्ध और स्वच्छ खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाने के लिए हेल्थ सेफ्टी एंड रेगुलेशन विभाग नाकारा साबित हो रहा है. फूड सेफ्टी ऑफिसर्स के 13 पद स्वीकृत हैं, लेकिन लाखों लोगों की सेहत और पदार्थों की गुणवत्ता जांचने के लिए विभाग के पास पिछले लंबे अरसे से कई जिलों में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के पद खाली चल रहे हैं.
खाली पड़े इन पदों में जिला ऊना में साल 2015 से स्थाई खाद्य सुरक्षा अधिकारी नहीं मिल पाया है. 2015 से लेकर 2017 तक अन्य जिला के अधिकारियों को ऊना का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था, लेकिन 2017 के बाद से ऊना में ये पद खाली ही चल रहा है. डॉक्टर्स की मानें तो गर्मियों के सीजन में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
ऊना क्षेत्रीय अस्पताल के चिकित्सक कमल किशोर की मानें तो गर्मियों में मिलावटी वस्तुएं खाने से उल्टी, दस्त और डिहाइड्रेशन के अलावा कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. स्टाफ की कमी को लेकर हेल्थ सेफ्टी एंड रेगुलेशन विभाग के अधिकारी भी खासे परेशान हैं.
इस बारे में विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर जगदीश धीमान ने बताया कि प्रदेश में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के रिजल्ट आने के बाद पोस्टिंग की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही खाली चल रहे पद भर दिए जायेंगे. खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की कमी के चलते सैंपलिंग ना होने की बात को भी विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर ने कबूल किया.
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