ऊना: जिला के विभिन्न थानों में इन दिनों पुलिस कर्मियों की भारी कमी चल रही है. जिले की कानून व्यवस्था को बनाए रखने में काफी परेशानी हो रही है. पुलिस मुख्यालय द्वारा जिला में 550 पद सृजित किये गए हैं, जिसमें से जिला मुख्यालय में ही 16 पद खाली चल रहे हैं, जबकि पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक जिला में 534 इंस्पेक्टर से लेकर कॉन्स्टेबल तैनात हैं. वहीं जिला के 6 थानों में से 5 थानों में पुलिस कर्मियों के 69 पद खाली चल रहे हैं.
ऊना में कैसे लगेगी अपराध पर रोक, जिला के थानों में पुलिस कर्मियों के कई पद खाली
ऊना में पुलिस कर्मियों के कई पद खाली, पुलिस मुख्यालय द्वारा जिला में 550 पद सृजित किये गए हैं
ऊना में पुलिस कर्मियों के कई पद खाली
ऊना: जिला के विभिन्न थानों में इन दिनों पुलिस कर्मियों की भारी कमी चल रही है. जिले की कानून व्यवस्था को बनाए रखने में काफी परेशानी हो रही है. पुलिस मुख्यालय द्वारा जिला में 550 पद सृजित किये गए हैं, जिसमें से जिला मुख्यालय में ही 16 पद खाली चल रहे हैं, जबकि पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक जिला में 534 इंस्पेक्टर से लेकर कॉन्स्टेबल तैनात हैं. वहीं जिला के 6 थानों में से 5 थानों में पुलिस कर्मियों के 69 पद खाली चल रहे हैं.
जिला में पुलिस मुख्यालय द्वारा स्वीकृत किये गए इंस्पेक्टर और कांस्टेबल के 550 पद जिले की करीब साढ़े पांच लाख आबादी वाले जिला के लिए नाकाफी हैं. अगर पुलिस प्रशासन के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो ऊना सदर थाना में 32 पद, अंब थाना में 15, बंगाणा थाना में 11, हरोली थाना में 7 और गगरेट थाना में इंस्पेक्टर से लेकर कांस्टेबल के 4 पद खाली चल रहे हैं. पुलिस कर्मियों की कमी को देखते हुए ऊना पुलिस प्रशासन ने 425 नए पद सृजित कर उनकी तैनाती की डिमांड तो पुलिस मुख्यालय को भेजी है, लेकिन अभी तक एक भी अतिरिक्त पद सृजित नहीं किया गया.
वहीं डीआईजी नार्थ जोन संतोष पटियाल की माने तो आवश्यकता पड़ने पर जिलों में बटालियन से अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाती है. पटियाल ने कहा कि स्वीकृत पदों को रिवाइज करने संबंधी मामला भी पुलिस हैडक्वाटर को भेजा गया है. डीआईजी ने जल्द ही नए पद सृजित करने और थाना चौकियों में पूरा स्टाफ उपलब्ध करवाने का दावा किया है.
जिला में पुलिस मुख्यालय द्वारा स्वीकृत किये गए इंस्पेक्टर और कांस्टेबल के 550 पद जिले की करीब साढ़े पांच लाख आबादी वाले जिला के लिए नाकाफी हैं. अगर पुलिस प्रशासन के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो ऊना सदर थाना में 32 पद, अंब थाना में 15, बंगाणा थाना में 11, हरोली थाना में 7 और गगरेट थाना में इंस्पेक्टर से लेकर कांस्टेबल के 4 पद खाली चल रहे हैं. पुलिस कर्मियों की कमी को देखते हुए ऊना पुलिस प्रशासन ने 425 नए पद सृजित कर उनकी तैनाती की डिमांड तो पुलिस मुख्यालय को भेजी है, लेकिन अभी तक एक भी अतिरिक्त पद सृजित नहीं किया गया.
वहीं डीआईजी नार्थ जोन संतोष पटियाल की माने तो आवश्यकता पड़ने पर जिलों में बटालियन से अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाती है. पटियाल ने कहा कि स्वीकृत पदों को रिवाइज करने संबंधी मामला भी पुलिस हैडक्वाटर को भेजा गया है. डीआईजी ने जल्द ही नए पद सृजित करने और थाना चौकियों में पूरा स्टाफ उपलब्ध करवाने का दावा किया है.
Intro:स्लग -- जिला ऊना में कैसे लगेगी अपराध पर रोक, जिला के विभिन्न थानों में है पुलिस कर्मियों के कई पद खाली, अधिकारियों से लेकर सिपाही तक के पदों का टोटा, पुलिस हैडक्वाटर भेजी 425 नए पद सृजित करने की मांग।Body:एंकर -- ऊना जिला के विभिन्न थानों में इन दिनों पुलिस कर्मियों भारी कमी चल रही है, ऐसी स्थिति में जिला की कानून व्यवस्था को बनाने में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस मुख्यालय द्वारा जिला में 550 पद सृजित किये गए है, जिसमें से केवल 16 पद खाली चल रहे हैं। ऊना जिला के 6 थाने हैं । जिनमें 5 थानों में 69 पद खाली चल रहे है। जबकि चिंतपूर्णी थाना में 9 पद सरप्लस है। वहीं जिला की सात पुलिस चौकियों में 6 चौकियों में स्टाफ सरप्लस चल रहा है। जिससे जिला के थानों में काम ठप्प होने की कगार पर पहुंच चुका है। स्टाफ की समस्या से निपटने के लिए ऊना पुलिस प्रशासन ने पुलिस हेडक्वाटर से 425 नए पद सृजित करने की मांग उठाई है । वहीं डीआईजी नार्थ जोन संतोष पटियाल ने पुलिस स्टाफ की कमी को जल्द दूर करने का दावा किया है।
वी ओ -- इन दिनों जिला ऊना के विभिन्न थानों में स्टाफ की कमी चल रही है। जिसके चलते थानों में रोजमर्रा के काम निपटाने में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऊना में पुलिस कर्मियों के कुल 550 पद सृजित किये गए है, जबकि पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक जिला में 534 इंस्पेक्टर से लेकर कॉन्स्टेबल तैनात है। सिर्फ 16 पद खाली होने के बाबजूद भी जिला के 6 थानों में से 5 थानों में पुलिस कर्मियों के 69 पद खाली चल रहे है। अगर जिला में सिर्फ 16 पद खाली है तो थानों में 69 पद कैसे खाली चल रहे है।
तो आपको बता दें कि जिला की सात पुलिस चौकियों में से 6 चौकियों में 31से अधिक पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए है । वहीं चिंतपूर्णी थाना में भी पुलिस कर्मियों के 9 पद सरप्लस चल रहे है। ऊना सदर थाना में ट्रैफिक का जिम्मा संभालने में भी 10 पद खाली है। जिला ऊना पंजाब के साथ सटा हुआ है जिस कारण जिला में अपराधों की संख्या बहुत अधिक है। जिला ऊना में पिछले लंबे समय से नशा और खनन बड़ा मुद्दा बना हुआ है। लेकिन अगर जिला के थानों में पुलिस बल की इतनी भारी कमी होगी तो आप स्वंय ही अंदाजा लगा सकते है कि जिला ऊना की सुरक्षा कितनी बढ़िया तरीके से हो पायेगी इसके साथ ही अपराध, नशे व खनन पर कैसे कंट्रोल हो पायेगा।
जिला में पुलिस मुख्यालय द्वारा स्वीकृत किये गए इंस्पेक्टर से लेकर कांस्टेबल के 550 पदों की तो करीब साढ़े पांच लाख आबादी वाले जिला के लिए यह नाकाफी है। अगर पुलिस प्रशासन के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो ऊना सदर थाना में 32 पद, अंब थाना में 15, बंगाणा थाना में 11, हरोली थाना में 7 और गगरेट थाना में पुलिस कर्मियों के इंस्पेक्टर से लेकर कांस्टेबल के 4 पद खाली चल रहे है। पुलिस कर्मियों की कमी की समस्या से जूझ रहे ऊना पुलिस प्रशासन ने 425 नए पद सृजित कर उनकी तैनाती की डिमांड तो पुलिस मुख्यालय को भेजी है लेकिन आज दिन तक एक भी अतिरिक्त पद सृजित नहीं किया गया।
वहीं डीआईजी नार्थ जोन संतोष पटियाल की माने तो आवश्यकता पड़ने पर जिलों में बटालियन से अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाती है। पटियाल ने कहा कि स्वीकृत पदों को रिवाइज करने संबंधी मामला भी पुलिस हैडक्वाटर को भेजा गया है। डीआईजी पटियाल ने जल्द ही नए पद सृजित करने और थाना चौकियों में पूरा स्टाफ उपलब्ध करवाने का दावा किया है।
बाइट -- संतोष पटियाल (डीआईजी, नार्थ जोन)
POLICE VACANT 4Conclusion:
वी ओ -- इन दिनों जिला ऊना के विभिन्न थानों में स्टाफ की कमी चल रही है। जिसके चलते थानों में रोजमर्रा के काम निपटाने में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऊना में पुलिस कर्मियों के कुल 550 पद सृजित किये गए है, जबकि पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक जिला में 534 इंस्पेक्टर से लेकर कॉन्स्टेबल तैनात है। सिर्फ 16 पद खाली होने के बाबजूद भी जिला के 6 थानों में से 5 थानों में पुलिस कर्मियों के 69 पद खाली चल रहे है। अगर जिला में सिर्फ 16 पद खाली है तो थानों में 69 पद कैसे खाली चल रहे है।
तो आपको बता दें कि जिला की सात पुलिस चौकियों में से 6 चौकियों में 31से अधिक पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए है । वहीं चिंतपूर्णी थाना में भी पुलिस कर्मियों के 9 पद सरप्लस चल रहे है। ऊना सदर थाना में ट्रैफिक का जिम्मा संभालने में भी 10 पद खाली है। जिला ऊना पंजाब के साथ सटा हुआ है जिस कारण जिला में अपराधों की संख्या बहुत अधिक है। जिला ऊना में पिछले लंबे समय से नशा और खनन बड़ा मुद्दा बना हुआ है। लेकिन अगर जिला के थानों में पुलिस बल की इतनी भारी कमी होगी तो आप स्वंय ही अंदाजा लगा सकते है कि जिला ऊना की सुरक्षा कितनी बढ़िया तरीके से हो पायेगी इसके साथ ही अपराध, नशे व खनन पर कैसे कंट्रोल हो पायेगा।
जिला में पुलिस मुख्यालय द्वारा स्वीकृत किये गए इंस्पेक्टर से लेकर कांस्टेबल के 550 पदों की तो करीब साढ़े पांच लाख आबादी वाले जिला के लिए यह नाकाफी है। अगर पुलिस प्रशासन के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो ऊना सदर थाना में 32 पद, अंब थाना में 15, बंगाणा थाना में 11, हरोली थाना में 7 और गगरेट थाना में पुलिस कर्मियों के इंस्पेक्टर से लेकर कांस्टेबल के 4 पद खाली चल रहे है। पुलिस कर्मियों की कमी की समस्या से जूझ रहे ऊना पुलिस प्रशासन ने 425 नए पद सृजित कर उनकी तैनाती की डिमांड तो पुलिस मुख्यालय को भेजी है लेकिन आज दिन तक एक भी अतिरिक्त पद सृजित नहीं किया गया।
वहीं डीआईजी नार्थ जोन संतोष पटियाल की माने तो आवश्यकता पड़ने पर जिलों में बटालियन से अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाती है। पटियाल ने कहा कि स्वीकृत पदों को रिवाइज करने संबंधी मामला भी पुलिस हैडक्वाटर को भेजा गया है। डीआईजी पटियाल ने जल्द ही नए पद सृजित करने और थाना चौकियों में पूरा स्टाफ उपलब्ध करवाने का दावा किया है।
बाइट -- संतोष पटियाल (डीआईजी, नार्थ जोन)
POLICE VACANT 4Conclusion: