सोलनः 9 सालों से सरकार वादे कर रही है, चाय पिला रही है, लेकिन मेरा काम नही हुआ साहब! मैं सरकार की अनदेखी से परेशान हो चुका हूं! ये कहना है डोमेश्वर कुमार का जो कि दृष्टि दिव्यांग है और पंचायती राज विभाग सोलन में चपरासी है. 9 साल से डोमेश्वर कुमार को सरकारी तंत्र सरकारी क्वार्टर नहीं दिला पाया.
दृष्टि दिव्यांग कर्मचारी डोमेश्वर कुमार की सरकारी आवास की फाइल पर पिछले 9 वर्षों से जमी धूल छंटने का नाम नहीं ले रही है. उनके बाद आवेदन करने वाले कर्मचारियों को सरकारी आवास मिल गए, लेकिन उन्हें लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है. सरकारी आवास के लिए लगातार हो रही अनदेखी से परेशान पंचायती राज जिला कार्यालय में चपरासी के पद कार्यरत डोमेश्वर कुमार ने अब जिला प्रशासन को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा है कि उन्हें निर्धारित समय में सरकारी आवास नहीं मिला तो वो डीसी कार्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे.
9 वर्षों से लगातार सरकारी आवास के लिए कर रहे आवेदन
डोमेश्वर कुमार का कहना है कि वो पिछले 9 सालों से लगातार डीसी कार्यालय में जाकर सरकारी आवास के लिए आवेदन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक इसका आबंटन नहीं हुआ. डोमेश्वर दृष्टि दिव्यांग कर्मचारी कल्याण संघ के प्रदेशाध्यक्ष होने के साथ पंचायती राज जिला कर्मचारी महासंघ के जिला उपाध्यक्ष भी हैं. स्थिति यह है कि वह अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहने को मजबूर हैं. उनकी पत्नी लगातार बीमार रहती हैं और जहां पर वे रहते हैं वहां पर पानी की समस्या है जिसके चलते उन्हें इन हालात में पानी ढोना पड़ता है. उन्होंने आरपीडी एक्ट 2016 का हवाला देते हुए कहा कि इसमें दृष्टि दिव्यांग को सरकारी आवास शीघ्र आबंटित करने का प्रावधान है, लेकिन उनके मामले में इस एक्ट की अनदेखी हो रही है.
दृष्टि दिव्यांग होने के बावजूद संभालते हैं ऑफिस का पूरा काम
बता दें कि डोमेश्वर कुमार दृष्टि दिव्यांग होने के बावजूद ऑफिस का पूरा काम संभालते हैं. उनका कहना है कि जब उनके काम में कोई कमी नहीं है तो फिर प्रशासन सरकारी आवास के आबंटन में उनकी अनदेखी क्यों कर रहा है.
क्या बोले डीसी सोलन
डीसी सोलन के.सी. चमन ने बताया कि दृष्टि दिव्यांग कर्मचारी को जल्द ही सरकारी आवास का आवंटन किया जाएगा. इस बारे संबंधित कर्मचारी को को इस बारे निर्देश जारी किए जा रहे हैं.