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स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिला में स्वास्थ्य सुविधाओं पर उठे सवाल, कोरोना संक्रमित ने वीडियो बना खोली पोल

सोलन के एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति ने आरोप लगाए हैं कि हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के लिए जारी संपर्क नंबर चल ही नहीं रहा है. इतना ही नहीं जो विभाग द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीजों की दवाइयों की किट बनाकर दी गई है, वह पर्ची से मेल ही नहीं खाती.

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फोटो.
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Published : Apr 21, 2021, 2:06 PM IST

सोलन: कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार बड़े बड़े दावे कर रही है, लेकिन इन दिनों सूबे के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिला की हालत नाजुक नजर आ रही है. कोरोना महामारी के बीच सोलन स्वास्थ्य विभाग की लचर प्रणाली देखने को मिल रही है.

सवाल इस बात पर उठ रहा है कि क्या स्वास्थ्य विभाग महामारी को हलके में ले रहा है. कोरोना संक्रमितों के लिए जारी संपर्क नंबर चल ही नहीं रहा है. इतना ही नहीं जो विभाग द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीजों की दवाइयों की किट बनाकर दी गई है, वह पर्ची से मेल ही नहीं खाती. दस दिन के कोर्स के एवज में सिर्फ दो दिन की ही दवाइयां मरीज को दी जा रही हैं. इन बातों की पोल एक संक्रमित आदित्य महाजन ने खोली है.

वीडियो रिपोर्ट.

कोरोना किट में दवाइयों की कमी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने माना कि जो टेलीफोन नंबर कोविड मरीजों की सुविधा के लिए पर्ची पर अंकित किया गया है, वह अभी तक शुरू ही नहीं हुआ है. वहीं, उन्होंने इनके जल्द शुरू होने का आश्वासन दिया. कोरोना किट में दवाइयों की कमी को लेकर उन्होंने कहा कि सप्लाई की कमी के चलते दवाइयों की राशनिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि जिन मरीजों को कम दवाइयां मिली है, उन्हें स्वास्थ्य विभाग घर जाकर दवाइयां उपलब्ध करवाएगा.

मरीजों को नहीं मिल रही दवाईयां

साफ नजर आ रहा है कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना महामारी को लेकर कितना सजग है, जबकि एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री प्रदेश में कोरोना की भरपूर मात्रा में मेडिसिन उपलब्ध होने की बात कर रहे हैं. वहीं, इस तरह से मरीजों को दवाइयों का वितरण कहीं न कहीं स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलता नजर आ रहा है.

पढ़ें- BBMB अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिला की मौत, परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाए ये आरोप

सोलन: कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार बड़े बड़े दावे कर रही है, लेकिन इन दिनों सूबे के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिला की हालत नाजुक नजर आ रही है. कोरोना महामारी के बीच सोलन स्वास्थ्य विभाग की लचर प्रणाली देखने को मिल रही है.

सवाल इस बात पर उठ रहा है कि क्या स्वास्थ्य विभाग महामारी को हलके में ले रहा है. कोरोना संक्रमितों के लिए जारी संपर्क नंबर चल ही नहीं रहा है. इतना ही नहीं जो विभाग द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीजों की दवाइयों की किट बनाकर दी गई है, वह पर्ची से मेल ही नहीं खाती. दस दिन के कोर्स के एवज में सिर्फ दो दिन की ही दवाइयां मरीज को दी जा रही हैं. इन बातों की पोल एक संक्रमित आदित्य महाजन ने खोली है.

वीडियो रिपोर्ट.

कोरोना किट में दवाइयों की कमी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने माना कि जो टेलीफोन नंबर कोविड मरीजों की सुविधा के लिए पर्ची पर अंकित किया गया है, वह अभी तक शुरू ही नहीं हुआ है. वहीं, उन्होंने इनके जल्द शुरू होने का आश्वासन दिया. कोरोना किट में दवाइयों की कमी को लेकर उन्होंने कहा कि सप्लाई की कमी के चलते दवाइयों की राशनिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि जिन मरीजों को कम दवाइयां मिली है, उन्हें स्वास्थ्य विभाग घर जाकर दवाइयां उपलब्ध करवाएगा.

मरीजों को नहीं मिल रही दवाईयां

साफ नजर आ रहा है कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना महामारी को लेकर कितना सजग है, जबकि एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री प्रदेश में कोरोना की भरपूर मात्रा में मेडिसिन उपलब्ध होने की बात कर रहे हैं. वहीं, इस तरह से मरीजों को दवाइयों का वितरण कहीं न कहीं स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलता नजर आ रहा है.

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