कसौली: हिमाचल प्रदेश में हेरिटेज रेल लाइन कालका से शिमला पर तीन बोगी वाली ट्रेन सेट (सेल्फ प्रोपेल्ड हाइड्रोलिक मल्टीपल यूनिट) का पहला ट्रायल सफल रहा है. यह ट्रायल कालका से धर्मपुर रेलवे स्टेशन के बीच किया गया. हिमाचल रेलवे बोर्ड को इस ट्रायल में सफलता मिलने के बाद अब ट्रेन सेट को आज यानी गुरुवार को कालका से सोलन तक चलाया जाएगा.
लाइन पर दौड़ रही खाली ट्रेन: इस दौरान यह भी देखा जाएगा कि क्या अब ट्रेन सेट कुमारहट्टी से बड़ोग रेलवे स्टेशन की चढ़ाई चढ़ पता है या नहीं. इस ट्रायल के सफल रहने के बाद ट्रेन सेट को कालका से शिमला रेलवे स्टेशन के बीच ट्रायल के लिए भेजा जाएगा. जिसके बाद इसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी. अभी तक रेलवे बोर्ड की ओर से खाली ट्रेन को लाइन पर चलाया जा रहा है, ताकि तकनीकी चीजों की जांच की जा सके.
तीन बार फेल हुआ ट्रायल: मिली जानकारी के अनुसार इससे पहले भी तीन बार ट्रायल ट्रेन सेट का ट्रायल किया गया था, लेकिन यह ट्रायल फेल हो गया था. ट्रेनसेट को धर्मपुर तक भेजा गया था, लेकिन टकसाल रेलवे स्टेशन की चढ़ाई में ट्रेनसेट हांफ गया था. इस दौरान ट्रेन सेट बार-बार गर्म हो रहा था. इसके बारे में बोर्ड द्वारा कोच निर्माता बेंगलुरु कंपनी को बताया गया और इसमें कई तरह के बदलाव किए गए. जिसके तहत इसमें आ रही खामियों को दूर किया गया.
आरामदायक सफर की फिर तैयारी: नैरोगेज रेल लाइन पर भी मंत्रालय की ओर से पर्यटकों को जल्द कई सुविधाएं दी जाएगी. इसमें आरामदायक सफर के लिए ट्रेन सेट को भी जोड़ा जाएगा. जिसका ट्रायल रेलवे बोर्ड की टीम द्वारा किया जा रहा है. ट्रेन सेट में तीन कोच लगे हैं. इसमें प्रति कोच 60 यात्री बैठ सकेंगे. इसे ट्रेन सेट को इंजन रहित ट्रेन भी कहते हैं, क्योंकि इसमें कोच के अंदर ही इंजन लगे हुए होते हैं.
ट्रेन सेट में विभिन्न सुविधाएं: ट्रेन सेट में सुविधाजनक सीटों के अलावा, एसी, हीटर, एलईडी व डिस्प्ले बोर्ड की सुविधा भी उपलब्ध है. रेल मोटर कार के विकल्प के तौर पर चलाए जाने वाले ट्रेन सेट के तीनों कोच आपस में जुड़े हुए हैं. यात्री गाड़ी से उतरे बिना ही एक कोच से दूसरे में जा सकते हैं. सीनियर डीसीएम मंडल अंबाला नवीन कुमार ने बताया कि रेलवे बोर्ड की ओर से ट्रेन सेट का सफल ट्रायल बुधवार को कालका से धर्मपुर के बीच किया गया. ट्रेन सेट में आ रही खामियों को दूर करने के बाद यह पहला ट्रायल था. अब आगामी ट्रायल भई शुरू किए जाएंगे.