सोलन : लॉकडाउन में जहा लोग घरों में रहकर कोरोना महामारी से जंग जीतने के लिए सरकार और प्रशासन का साथ दे रहे थे. वहीं, नशे के सौदागर नशे की खेप युवा पीढ़ी तक पहुंचाकर उन्हें बर्बाद करने का काम में लगे थे, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने नशा तस्करों के नापाक इरादों पर पानी फेर दिया.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले इस साल एनडीपीएस और एक्साइज मामले ज्यादा सामने आए हैं. पिछले साल एनडीपीएस एक्ट में 1 मार्च से 24 जून तक 26 मामले सामने आए थे, लेकिन इस बार आकड़ा 30 तक पहुंच गया. वहीं, इसी तरह एक्साइज एक्ट में पिछले साल 50 मामले आए थे इस बार 76 मामले सामने आए .
लॉकडाउन में मुस्तैदी से काम
एसपी अभिषेक यादव ने बताया लॉकडाउन और कर्फ्यू के दौरान भी नशे के खिलाफ मुस्तैदी से काम किया गया. नशे का व्यापार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई. उन्होंने बताया सोलन दूसरे राज्यों के बॉर्डर के साथ लगता है, जिसके कारण नशे की तस्करी का प्रभाव यहां ज्यादा रहता है. उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार बॉर्डर पर सख्ती रख रही है, ताकि जो भी नशे का व्यापार करने वालों पर शिकंजा कसा जा सके. हमारी युवा पीढ़ी को से बचाया जा सके. एसपी ने लोगों से आग्रह किया अगर किसी नशा तस्कर की जानकारी मिलती है तो बताया जाए. उसका नाम और पता गुप्त रखा जाएगा.
शिक्षा हब पर नशा तस्करों की गिद्द दृष्टि
प्रदेश में जिले को शिक्षा के हब्ब के नाम से जाना जाता है, लेकिन अब यहां नशा तस्करों की युवा पीढ़ी पर गिद्ध दृष्टि पड़ रही है. यही कारण है कि लगातार पुलिस आरोपियों को पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचा रही है. एसपी ने युवा तबके सहित अन्य लोगों से आग्रह किया नशे से दूर रहे. इसके अलावा अगर किसी नशा तस्कर की जानकारी लगती है तो जानकारी दी जाए. उसका नाम और पता गुप्त रखा जाएगा.
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