नई दिल्ली: भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना ने पदभार ग्रहण करने के बाद सोमवार को कहा कि सभी नागरिकों के लिए न्याय तक आसान पहुंच सुनिश्चित करना संवैधानिक कर्तव्य है. अपने कार्यकाल के दौरान अपनी प्राथमिकताओं को रेखांकित करते हुए उन्होंने लंबित मामलों से निपटने, मुकदमेबाजी को किफायती, सुलभ और जटिल कानूनी प्रक्रियाओं को सरल बनाने पर जोर दिया.
सीजेआई ने कहा कि उनका लक्ष्य एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाकर मुकदमे की अवधि को कम करना और न्याय प्रदान करने के तंत्र को इस तरह से स्थापित करना है कि कानूनी प्रक्रिया नागरिकों के लिए कष्टकारी न हो.
सीजेआई ने एक बयान में कहा, "न्यायपालिका शासन प्रणाली का एक अभिन्न, फिर भी अलग और स्वतंत्र हिस्सा है". जस्टिस खन्ना ने कहा कि संविधान हमें संवैधानिक संरक्षक, मौलिक अधिकारों की रक्षा और न्याय देने के महत्वपूर्ण कार्य को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपता है.
राष्ट्रपति ने जस्टिस खन्ना को पद की शपथ दिलाई
इससे पहले राष्ट्रपति ने सोमवार सुबह जस्टिस खन्ना को पद की शपथ दिलाई. उनका कार्यकाल 13 मई, 2025 तक रहेगा. सीजेआई ने कहा कि न्यायालय को सौंपी गई जिम्मेदारी नागरिकों के अधिकारों के रक्षक और विवाद समाधानकर्ता के रूप में हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है. हमारे महान राष्ट्र के सभी नागरिकों के लिए न्याय तक आसान पहुंच सुनिश्चित करना हमारा संवैधानिक कर्तव्य है".
सीजेआई ने इस बात पर जोर दिया कि लंबित मामलों से निपटने, मुकदमेबाजी को किफायती, सुलभ और जटिल कानूनी प्रक्रियाओं को सरल बनाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि नागरिक केंद्रित एजेंडे के साथ, अदालतों को सुलभ और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाना महत्वपूर्ण है.
नागरिकों के लिए मध्यस्थता को बढ़ावा देना उनकी प्राथमिकता
उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य एक आत्म-मूल्यांकन दृष्टिकोण अपनाना है जो अपने कामकाज में फीडबैक के प्रति ग्रहणशील और उत्तरदायी हो. सीजेआई ने कहा कि नागरिकों के लिए निर्णय को समझना और मध्यस्थता को बढ़ावा देना उनकी प्राथमिकता होगी.
45 मामलों की सुनवाई की
इस बीच जस्टिस संजीव खन्ना ने भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में अपने पहले दिन 45 मामलों की सुनवाई की और उन्होंने खुद को शुभकामनाएं देने के लिए वकीलों और बार नेताओं को धन्यवाद दिया. न्यायालय कक्ष में, पूर्व अटॉर्नी जनरल और वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी सहित बार नेताओं, वकीलों ने सीजेआई का जोरदार स्वागत किया.
रोहतगी ने कहा, "मैं सीजेआई के रूप में आपके सफल कार्यकाल की कामना करता हूं." न्यायालय कक्ष में मौजूद अन्य वकीलों ने भी सीजेआई को शुभकामनाएं दीं. जस्टिस संजय कुमार के साथ दोपहर बाद न्यायालय कक्ष 1 में एकत्रित हुए सीजेआई खन्ना ने कहा, "धन्यवाद." सीजेआई ने दोपहर 2.30 बजे तक न्यायालय में सुनवाई की और 45 सूचीबद्ध मामलों की सुनवाई की, जिनमें से अधिकांश वाणिज्यिक विवाद थे.
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