शिमला: हिमाचल में डिपुओं के जरिए सस्ते राशन के वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार कई तरह के प्रयास कर रही है. प्रदेश में सस्ते राशन में होने वाली गड़बड़ी की आशंका को रोकने के लिए राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी करवाई जा रही है. जिसके लिए कई महीनों से निरंतर प्रक्रिया जारी है और लाभार्थियों को बार-बार ई-केवाईसी करवाने का मौका दिया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी राशन कार्ड में दर्ज 13,76,209 सदस्यों ने अभी तक ई-केवाईसी नहीं कराई है. ऐसे में इन लोगों के पास अब 31 दिसंबर तक ई-केवाईसी कराने का मौका है. इस अवधि तक भी अगर लाभार्थी अवसर का लाभ नहीं उठाते हैं तो ऐसे उपभोक्ताओं के राशन कार्ड को अस्थाई तौर पर बंद किया जाएगा. जिससे उपभोक्ताओं को डिपुओं में मिलने वाली सस्ते राशन की सुविधा से हाथ धोना पड़ेगा. प्रदेश में राशन कार्ड में दर्ज कुल लाभार्थियों की संख्या 71,52,662 है. इसमें अभी तक 57,67,564 लाभार्थियों की ई-केवाईसी हुई है.
किस जिले में कितने लाभार्थियों ने नहीं कराई E-KYC
हिमाचल प्रदेश में सस्ते राशन की सुविधा का लाभ केवल सही लोगों को मिले, इसके लिए राशनकार्ड धारकों को ई-केवाईसी करनी होगी. इसके लिए लाभार्थियों को बार-बार अपनी ई-केवाईसी मौका दिया जा रहा है, लेकिन अब ई-केवाईसी न कराने की लापरवाही उपभोक्ताओं को भारी पड़ सकती है. विभाग की ओर से जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक अभी तक राशन कार्ड में दर्ज 13,76,209 लाभार्थियों ने ई-केवाईसी नहीं कराई है. इसमें बिलासपुर जिले में 56,309 सदस्यों की ई-केवाईसी नहीं हुई है. इसी तरह से चंबा जिले में 1,36,846, हमीरपुर में 79,269, कांगड़ा में 3,66,442, किन्नौर में 27,165, कुल्लू में 83,208, लाहौल स्पीति में 18,213, मंडी में 1,85,422, शिमला में 1,22,934, सिरमौर में 1,11,254, सोलन में 61,518 और ऊना जिले में 1,27,629 सदस्यों ने अपनी ई-केवाईसी नहीं कराई है. प्रदेश में अभी तक 80.63 फीसदी सदस्यों ने ई-केवाईसी कराई है.
जिला | E-KYC नहीं करवाने वाले उपभोक्ताओं की संख्या |
बिलासपुर | 56,309 |
चंबा | 1,36,846 |
हमीरपुर | 79,269 |
कांगड़ा | 3,66,442 |
किन्नौर | 27,165 |
कुल्लू | 83,208 |
लाहौल स्पीति | 18,213 |
मंडी | 1,85,422 |
शिमला | 1,22,934 |
सिरमौर | 1,11,254 |
सोलन | 61,518 |
ऊना | 1,27,629 |
कुल | 13,76,209 |
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक राम कुमार गौतम का कहना है, "अगर कोई 31 दिसंबर तक केवाईसी नहीं कराता है तो ऐसे उपभोक्ताओं को राशन कार्ड को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया जाएगा."
ई-केवाईसी क्यों जरूरी ?
ई-केवाईसी का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल वास्तविक लाभार्थियों को ही राशन मिले. ये देखा गया है कि कई राशन कार्ड धारकों के राशन कार्ड में शामिल सदस्यों की स्थिति विवाह होने के बाद और किसी राशन कार्ड में दर्ज किसी सदस्य का निधन होने से बदल चुकी है. इसलिए लाभार्थियों की ई-केवाईसी जरूरी है, ताकि राशन कार्ड में दर्ज ऐसे सदस्यों के नामों को हटाए जा सके. जिससे सस्ते राशन की सुविधा का लाभ वास्तविक लाभार्थियों को मिल सके. इस तरह अगर कोई भी उपभोक्ता राशन कार्ड में दर्ज ऐसे सदस्यों की जानकारी को अपडेट करवाना चाहते हैं तो उनको 31 दिसंबर तक ई-केवाईसी करवानी पड़ेगी.