सोलन: जिला के नालागढ़ की जगतपुर पंचायत के गांव जगराला के 41 वर्षीय हवलदार मेजर कुलदीप सिंह द्रास में ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान शहीद हो गए थे. रविवार को दोपहर बाद पूरे सम्मान के साथ उनका शरीर उनके पैतृक गांव लाया गया और उसके बाद नालागढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र पंजाब के किरतपुर साहिब में पूरे राष्ट्रीय सम्मान के साथ उनकी दोनों बेटियों द्वारा अपने पिता शहीद हवलदार मेजर कुलदीप सिंह को नम आंखों से मुख्य अग्नि दी.
रि. मेजर दीपक सिंह धवन भी रहे शामिल
उप निदेशक जिला सोलन सिरमौर सैनिक कल्याण बोर्ड रि. मेजर दीपक सिंह धवन ने बताया के शहीद कुलदीप सिंह जो के 79 मीडियम रेजिमेंट में थे. वहां पर ड्यूटी के दौरान इन्होंने ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान अपनी शहादत हासिल की वह अपने पीछे अपने माता-पिता दो भाई अपनी धर्मपत्नी और दो बेटियों को छोड़ कर के गए हैं और अभी उनका पार्थिव शरीर जो है.
राजकीय सम्मान के साथ किया दाह संस्कार
रविवार सुबह से चंडीगढ़ लाया गया और चंडीगढ़ से करीबन 12 बजे के आसपास उनके पार्थिव शरीर को रवाना किया गया और शहीद कुलदीप सिंह को पूरे राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन किया जाएगा. उसके बाद इनकी जो भी पेंशन की कार्रवाई होगी उसे जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा.
दाह संस्कार में पहुंचे नालागढ़ के विधायक लखविंदर राणा
दाह संस्कार में पहुंचे नालागढ़ के विधायक लखविंदर राणा ने शोक प्रकट करते हुए दुख व्यक्त किया और साथ ही प्रशासन को लताड़ लगाते हुए कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार ना तो पुलिस प्रशासन द्वारा शहीद की गाड़ी को पायलट किया गया और ना ही प्रोटोकॉल के अनुसार सलामी दी गई, जोकि सरकार और प्रशासन की एक निंदनीय हरकत है और साथ ही प्रदेश सरकार से शहीद की पत्नी और उसकी दोनों बेटियां के लिए उचित व्यवस्था करने की मांग उठाई
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