ETV Bharat / state

जोगिंद्रा बैंक में मनोनीत निदेशक की शपथ का विरोध, निर्वाचित निदेशक बोले: अपने मित्रों को एडजस्ट करने में जुटी कांग्रेस

Jogindra Bank Solan: जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति सोलन में दो मनोनीत निदेशकों की शपथ के विरोध में निर्वाचित निदेशकों ने शपथ समारोह का विरोध किया है. उनका आरोप है कि सरकार द्वारा बैंकों के नियमों को ताक में रखकर यह भर्तियां की गई हैं.

author img

By

Published : Mar 16, 2023, 8:38 AM IST

जोगिंद्रा बैंक सोलन
जोगिंद्रा बैंक सोलन

सोलन: जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति सोलन में दो मनोनीत निदेशकों की शपथ के विरोध में निर्वाचित निदेशकों ने शपथ समारोह का विरोध किया है. उनका आरोप है कि सरकार द्वारा बैंकों के नियमों को ताक में रखकर यह भर्तियां की गई हैं. ऐसे में इसको लेकर जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति सोलन के अध्यक्ष ने अपना इस्तीफा भी दे दिया है. हालांकि उन्होंने इस को लेकर कोर्ट में जाने की बात भी कही है. उन्होंने कहा कि सरकार अपने मित्रों को एडजस्ट करने में लगी हुई है.

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही अब अन्य स्तरों पर भी राजनीतिक बदलाव होने शुरू हो गए हैं. बघाट बैंक पर कांग्रेस के कब्जे के बाद जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति सोलन में भी कब्जा करने के लिए कांग्रेस ने काम करना शुरु कर दिया है. बुधवार को जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति सोलन में मनोनीत निदेशकों की शपथ समारोह का कार्यक्रम रखा गया था. इसको लेकर जोगिंद्रा बैंक के अध्यक्ष योगेश कुमार भरतिया ने सबसे पहले अपना इस्तीफा दिया और फिर मनोनीत पार्षदों की शपथ को लेकर आपना विरोध जाहिर किया.

जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति सोलन के निवर्तमान अध्यक्ष योगेश भरतिया ने कहा कि नियमों को ताक पर रखकर प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार अपने मित्रों को एडजस्ट करने के लिए उन्हें मनोनीत कर रही है. उन्होंने कहा कि नियमों को दरकिनार किया गया है. जो लोग मनोनीत नहीं हो सकते उन्हें मनोनीत किया गया है. योगेश भरतिया ने कहा कि कंडाघाट से जितेंद्र सिंह और पांवटा साहिब से असगर अली की भर्ती मनोनीत निदेशक के रूप में गलत की गई है और इस मामले को वह अब कोर्ट में चैलेंज करेंगे.

बता दें कि बैंक में कांग्रेस सरकार की ओर से 4 निदेशकों को मनोनीत करते ही भाजपा समर्थित चैयरमेन योगेश भरतिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था. बुधवार को निदेशक मंडल की बैठक थी, जिसमें मनोनीत निदेशकों की शपथ को लेकर विरोध जाहिर किया गया. जोगिंद्रा बैंक की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में 12 सदस्य हैं. इसमें से 6 चुने गए निदेशक, 4 मनोनीत निदेशक व एक एक प्रबंधक निदेशक व सहायक पंजीयक अधिकारी होता है. इस समय जोगिंद्रा बैंक में कुल 6 चुने हुए निदेशक हैं, जिसमें से 5 निदेशक भाजपा समर्थित हैं.

संजीव कौशल अकेले कांग्रेस समर्थित निदेशक के रूप में बद्दी से चुने गए हैं. अब चार नए निदेशकों को मनोनीत करने के बाद कांग्रेस समर्थकों की संख्या 5 हो गई है. जबकि 2 वोट सरकार के माने जाते हैं. ऐसे में कांग्रेस का चेयरमैन बनना तय है. लेकिन बुधवार को हुए विरोध के चलते संजीव कौशल भाजपा समर्थित निदेशकों के साथ हैं. उनका कहना है कि जिस तरह से निदेशक मनोनीत किए गए हैं, वह नियमों को ताक पर रखे के किया गया है. उन्होंने कहा कि वह सरकार के साथ हैं, लेकिन बैंक के हितों को लेकर वह हमेशा बैंक के साथ खड़े रहेंगे.

ये भी पढे़ं: CM सुक्खू के करीबी मुकेश शर्मा बने जोगिंद्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक सोलन के चैयरमेन

सोलन: जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति सोलन में दो मनोनीत निदेशकों की शपथ के विरोध में निर्वाचित निदेशकों ने शपथ समारोह का विरोध किया है. उनका आरोप है कि सरकार द्वारा बैंकों के नियमों को ताक में रखकर यह भर्तियां की गई हैं. ऐसे में इसको लेकर जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति सोलन के अध्यक्ष ने अपना इस्तीफा भी दे दिया है. हालांकि उन्होंने इस को लेकर कोर्ट में जाने की बात भी कही है. उन्होंने कहा कि सरकार अपने मित्रों को एडजस्ट करने में लगी हुई है.

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही अब अन्य स्तरों पर भी राजनीतिक बदलाव होने शुरू हो गए हैं. बघाट बैंक पर कांग्रेस के कब्जे के बाद जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति सोलन में भी कब्जा करने के लिए कांग्रेस ने काम करना शुरु कर दिया है. बुधवार को जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति सोलन में मनोनीत निदेशकों की शपथ समारोह का कार्यक्रम रखा गया था. इसको लेकर जोगिंद्रा बैंक के अध्यक्ष योगेश कुमार भरतिया ने सबसे पहले अपना इस्तीफा दिया और फिर मनोनीत पार्षदों की शपथ को लेकर आपना विरोध जाहिर किया.

जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक समिति सोलन के निवर्तमान अध्यक्ष योगेश भरतिया ने कहा कि नियमों को ताक पर रखकर प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार अपने मित्रों को एडजस्ट करने के लिए उन्हें मनोनीत कर रही है. उन्होंने कहा कि नियमों को दरकिनार किया गया है. जो लोग मनोनीत नहीं हो सकते उन्हें मनोनीत किया गया है. योगेश भरतिया ने कहा कि कंडाघाट से जितेंद्र सिंह और पांवटा साहिब से असगर अली की भर्ती मनोनीत निदेशक के रूप में गलत की गई है और इस मामले को वह अब कोर्ट में चैलेंज करेंगे.

बता दें कि बैंक में कांग्रेस सरकार की ओर से 4 निदेशकों को मनोनीत करते ही भाजपा समर्थित चैयरमेन योगेश भरतिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था. बुधवार को निदेशक मंडल की बैठक थी, जिसमें मनोनीत निदेशकों की शपथ को लेकर विरोध जाहिर किया गया. जोगिंद्रा बैंक की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में 12 सदस्य हैं. इसमें से 6 चुने गए निदेशक, 4 मनोनीत निदेशक व एक एक प्रबंधक निदेशक व सहायक पंजीयक अधिकारी होता है. इस समय जोगिंद्रा बैंक में कुल 6 चुने हुए निदेशक हैं, जिसमें से 5 निदेशक भाजपा समर्थित हैं.

संजीव कौशल अकेले कांग्रेस समर्थित निदेशक के रूप में बद्दी से चुने गए हैं. अब चार नए निदेशकों को मनोनीत करने के बाद कांग्रेस समर्थकों की संख्या 5 हो गई है. जबकि 2 वोट सरकार के माने जाते हैं. ऐसे में कांग्रेस का चेयरमैन बनना तय है. लेकिन बुधवार को हुए विरोध के चलते संजीव कौशल भाजपा समर्थित निदेशकों के साथ हैं. उनका कहना है कि जिस तरह से निदेशक मनोनीत किए गए हैं, वह नियमों को ताक पर रखे के किया गया है. उन्होंने कहा कि वह सरकार के साथ हैं, लेकिन बैंक के हितों को लेकर वह हमेशा बैंक के साथ खड़े रहेंगे.

ये भी पढे़ं: CM सुक्खू के करीबी मुकेश शर्मा बने जोगिंद्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक सोलन के चैयरमेन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.