पांवटा साहिब: प्रदेश में कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. कोरोना से मौत के आंकड़ों में भी रोजाना इजाफा हो रहा है. कोरोना ने कई लोगों की जिंदगी तबाह कर दी है, लेकिन इस विकट परिस्थती में भी कई लोग ऐसे हैं जो डटकर सामना कर रहे हैं.
कोरोना संक्रमण के चलते पिता की मौत
ऐसा ही एक उदाहरण पांवटा साहिब उपमंडल में देखने को मिला है. एक बेटी के सिर से पिता का साया उठ गया, लेकिन उसने हार नहीं मानी. घर में बड़ी होने के चलते अब उसके कंधों पर परिवार की जिम्मेदारी आ गई है.
मां और भाई भी कोरोना संक्रमित
पांवटा साहिब के वार्ड नंबर 5 में रहने वाली अर्पिता के पिता की मौत कोरोना से हो गई. अब अर्पिता के मां और भाई भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिनका वो अच्छे से ख्याल रख रही हैं. अर्पिता मूल रूप से उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं और पांवटा साहिब में किराए के घर में अपने परिजनों के साथ रह रही हैं.
स्वास्थ्य विभाग का रवैया ठीक नहीं
अर्पिता ने बताया की कोरोना संक्रमित होने के बाद पिता को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. उन्हें पांवाटा साहिब सिविल अस्पताल ले जाया गया, हालत गंभीर होने के चलते नाहन रेफर कर दिया गया. नाहन में स्वास्थ्य विभाग का रवैया ठीक नहीं था. वहां से सराहां कोविड सेंटर रेफर कर दिया गया. अर्पिता का कहना है कि ऑक्सीजन बेड होने के बाद भी उन्हें नहीं दिया गया.
पिता के मौत के बाद अर्पिता के कंधों पर मां और भाई की जिम्मेदारी आ गई है. अर्पिता का कहना है कि वह खुद जॉब करेंगी. भाई और मां की अच्छे से देखभाल भी करेंगी. अर्पिता का कहना है कि आशा वर्कर द्वारा उन्हें सुविधाएं दी जा रही है और उनकी सहायत के लिए आशा वर्कर हमेशा आगे रहती हैं.
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