नाहन: प्रदेश में बसों के किराए में वृद्धि करने के बाद विपक्ष लगातार सरकार को घेरने का प्रयास कर रहा है. कांग्रेस ने कोरोना काल में जयराम सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले को तानाशाही फैसला करार दिया है. साथ ही कहा है कि यह जनविरोधी फैसला आम व जरूरतमंद व्यक्ति की जेब पर डाका डालने जैसा फैसला है, जिसे तुरंत प्रभाव से वापिस लिया जाए.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव अजय सोलंकी ने इस मामले में सरकार पर बड़ा जुबानी हमला बोला है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव अजय सोलंकी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा बसों की किराया वृद्धि को लिया गया फैसला जन विरोधी होने के साथ-साथ तानाशाही वाला फैसला है. समस्त कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है.
सोलंकी ने कहा कि एक तरफ प्रदेश कोरोना की महामारी की चपेट में आया है. काफी संख्या में केस प्रदेश में आ चुके हैं. इसमें नाहन शहर भी अछूता नहीं रहा है. यह सब सरकार की कमी के कारण हुआ है. इसके ऊपर से सरकार ने बस किराया बढ़ाकर आम जनता पर बोझ डाल दिया है. एक तो पहले ही ट्रांसपोर्ट घाटे में चल रहा है और रही सही कसर सरकार खुद ही व्यवस्था बनाने में नाकाम रही है. खुद ही ट्रांसपोर्ट को घाटे में लाया जा रहा है.
अजय सोलंकी ने कहा कि पिछले अढ़ाई सालों में 50 प्रतिशत किराए में वृद्धि हुई है, जोकि बड़ा जनविरोधी फैसला है. कोरोना के चलते अधिकतर लोग बसों में सफर नहीं कर रहे थे. केवल आम व जरूरतमंद व्यक्ति ही सफर कर रहे थे. आज उसकी जेब पर डाका डाला जा रहा है.
सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस ने यह ऐलान भी किया है कि यदि सरकार ने बसों में किराए में की गई वृद्धि को वापिस नहीं लिया, तो कांग्रेस पार्टी इसके खिलाफ बड़ा आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगी.
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