मंडी: हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों का नया सरदार कौन होगा और किस गुट को सरकार की तरफ से मान्यता दी जाएगी, इसको लेकर इन दिनों कर्मचारी गुटों में खूब जोर-आजमाइश हो रही है. हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के स्थापना दिवस पर भी इसका खूब असर देखने को मिला. एनपीएस से कर्मचारी राजनीति में सक्रिय हुए कर्मचारी नेता प्रदीप ठाकुर गुट ने मंडी में अपना राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया, जिसमें आयुष एवं खेल मंत्री यादविंदर गोमा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. यहां मंत्री के सामने खूब शक्ति प्रदर्शन हुआ.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री यादविंदर गोमा भी प्रदीप ठाकुर गुट को सरकार की तरफ से मान्यता देने का संकेत दे गए. यादविंदर गोमा ने कहा, "सीएम भली भांति जानते हैं कि प्रदेश के कर्मचारी किसके साथ हैं और किस गुट को मान्यता देनी है. इस कार्य में थोड़ी देर जरूर हो सकती है, लेकिन अंधेर नहीं होगी". उन्होंने इशारों ही इशारों में प्रदीप ठाकुर को अगला कर्मचारी नेता भी घोषित कर दिया.
यादविंदर गोमा ने कहा, "इस कार्यक्रम में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्वयं आना था, लेकिन वे किन्हीं कारणों से आ नहीं पाए. उनके स्थान पर वे सीएम का संदेश लेकर आए हैं. कर्मचारियों की जो भी मांगे हैं, वे सरकार के ध्यान में हैं और उन्हें जल्द ही पूरा किया जाएगा. वे भी कर्मचारियों की मांगों को सीएम के समक्ष प्रमुखता से रखेंगे".
कैबिनेट मंत्री यादविंदर ने कर्मचारियों से कांग्रेस पार्टी को हर चुनावों में सहयोग करने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के परिवारों का भविष्य सुरक्षित करने का कार्य कांग्रेस पार्टी की सरकार ने किया है. यह बात सच है कि प्रदेश में कर्मचारी सरकारें बनाते भी हैं और गिराते भी हैं. कर्मचारियों को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनका हक उन्हें किस पार्टी ने दिलाया है. इसलिए भविष्य में कर्मचारी हर चुनावों में कांग्रेस पार्टी का सहयोग करें न कि अपना पाला बदल लें.