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Himachal crypto Scam: रिटायर्ड फौजी से डेढ़ करोड़ ठगे, दोगुने के लालच में गंवाई जिंदगीभर की कमाई, SIT को भेजी गई शिकायत

Himachal crypto Scam: हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर हुई ठगी के शिकार लोग रोजाना सामने आ रहे हैं. ताजा मामला सिरमौर जिले का है जहां ठगों ने ऐसा लालच दिया कि एक रिटायर्ड फौजी डेढ करोड़ रुपये गंवा बैठा.

Himachal crypto Scam
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 7, 2023, 2:06 PM IST

सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में एक रिटायर्ड फौजी अपने जीवनभर की जमा पूंजी ठगी में गंवा बैठा. रिटायर्ड फौजी के मुताबिक उसने हिमाचल में हुई क्रिप्टो करेंसी ठगी में करीब डेढ करोड़ रुपये गंवाए हैं. अपनी जिंदगीभर की कमाई गंवा चुके रिटायर्ड फौजी ने सिरमौर पुलिस को शिकायत दी है. जिसे पुलिस ने क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड से जुड़े मामले की जांच कर रही एसआईटी को भेज दिया है.

दोगुने के लालच में ठगे गए- इससे पहले सिरमौर जिले के ही पांवटा साहिब में करीब 60 लाख रुपये क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड में डूबने की शिकायत एसआईटी को भेजी जा चुकी है. दरअसल क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई लोग धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं और पुलिस को शिकायत दे रहे हैं. ताजा मामला सिरमौर जिले के पच्छाद इलाके का है जहां एक रिटायर्ड फौजी ने इस फ्रॉड में अपने डेढ करोड़ रुपये गंवा दिए हैं. शिकायतकर्ता के मुताबिक हेमराज नाम के शख्स ने क्रिप्टो में ये कहकर निवेश करवाया था कि दो साल में रकम दोगुनी हो जाएगी. गौरतलब है रिटायर्ड फौजी ने जिस हेमराज के खिलाफ शिकायत दी है, उसे हाल ही में एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है.

सिरमौर के पच्छाद थाने में आया दर्ज हुई शिकायत
सिरमौर के पच्छाद थाने में आया दर्ज हुई शिकायत

कई मामले आ चुके हैं सामने- उल्लेखनीय है कि सिरमौर जिला में ही अब तक 2 करोड़ से अधिक की शिकायतें पुलिस को मिल चुकी हैं. डेढ़ करोड़ की शिकायत से पहले जिला सिरमौर के ददाहू, पांवटा साहिब, नाहन, शिलाई और सतोन के करीब चार दर्जन लोगों ने भी क्रिप्टोकरेंसी में करीब 60 लाख रुपए डूबने की शिकायत एसपी सिरमौर को सौंपी थी, जिसे जिला पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी को आगामी कार्रवाई के लिए भेज दिया था.

उधर इस मामले में डीएसपी राजगढ़ अरुण मोदी ने पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस थाना पच्छाद में भूतपूर्व सैनिक ने डेढ़ करोड़ रुपए हेमराज द्वारा निवेश करवाए जाने की शिकायत दर्ज करवाई है. यह क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा मामला है, जिसे की आगामी कार्रवाई के लिए एसआईटी धर्मशाला को भेज दिया गया है.

क्या है क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड- दरअसल हिमाचल प्रदेश में इन दिनों ये मामला सुर्खियां बटोर रहा है. मामले की जांच कर रही एसआईटी के मुताबिक कुछ लोगों ने क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करके मोटा मुनाफा कमाने के नाम पर लोगों से पैसे जमा करवाए थे. साथ ही उन लोगों को चेन मार्केटिंग की तर्ज पर आगे लोग जोड़ने के लिए कहा गया था. चेन बनने पर सबसे ऊपर के लोगों को ज्यादा मुनाफा मिलता था. शुरुआत में कई लोगों को मुनाफा भी दिखा, जिसके बाद लालच में आकर कई लोगों ने मोटी रकम इन्वेस्ट कर दी.

कई पुलिसवाले भी शामिल- इस फ्रॉड में खास बात ये है कि कई पुलिसवाले भी लालच के फेर में पड़ गए. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के मुताबिक करीब 5000 सरकारी कर्मचारी भी ठगी का शिकार हुए और कुछ लोगों ने तो सरकारी नौकरी छोड़कर चेन मार्केटिंग की तर्ज पर लोगों को इस क्रिप्टो करेंसी के फ्रॉड में इन्वेस्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया. मुनाफे के चक्कर में अपने परिवार, दोस्त या रिश्तेदारों का पैसा भी लगवाया गया. कुछ मुट्ठीभर लोगों ने इस खेल से कमाई तो की लेकिन ज्यादातर इसमें ठगे गए. इस मामले में एसआईटी ने 4 पुलिसवालों को भी गिरफ्तार किया है.

एसआईटी कर रही है जांच- कुछ जिलों से शिकायतें सामने आने के बाद इस मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गई थी. जिसने अब तक कुल 18 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. डिप्टी सीएम के मुताबिक क्रिप्टो के नाम पर 2500 करोड़ रुपये ठगे गए हैं. हालांकि जैसे-जैसे प्रदेशभर से शिकायतें मिल रही है ये रकम और भी ज्यादा हो गई है. एसआईटी आरोपियों और मास्टरमाइंड की तलाश के अलावा ये जांचने में भी जुटी है कि आखिर कुल कितने लोगों से कुल कितने रूपये की ठगी हुई है. हिमाचल के कई जिलों से लोग पुलिस में मामले दर्ज करवा चुके हैं.

ये भी पढ़ें: दुबई भागे क्रिप्टो करेंसी स्कैम के मास्टरमाइंड कर रहे जूम मीटिंग, निवेशकों को कह रहे जारी रखें इन्वेस्टमेंट, न करें पुलिस में शिकायत

ये भी पढ़ें: लालच में खाकी वर्दी पर लग गए दाग, रातों-रात करोड़ों में खेलने की चाहत ने मकड़जाल में फंसाया

ये भी पढ़ें: हिमाचल क्रिप्टो करेंसी मामले में ₹2500 करोड़ की ठगी, 5000 सरकारी कर्मचारियों ने भी लगाया था पैसा, कई पुलिस कर्मी भी जाल में फंसे

सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में एक रिटायर्ड फौजी अपने जीवनभर की जमा पूंजी ठगी में गंवा बैठा. रिटायर्ड फौजी के मुताबिक उसने हिमाचल में हुई क्रिप्टो करेंसी ठगी में करीब डेढ करोड़ रुपये गंवाए हैं. अपनी जिंदगीभर की कमाई गंवा चुके रिटायर्ड फौजी ने सिरमौर पुलिस को शिकायत दी है. जिसे पुलिस ने क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड से जुड़े मामले की जांच कर रही एसआईटी को भेज दिया है.

दोगुने के लालच में ठगे गए- इससे पहले सिरमौर जिले के ही पांवटा साहिब में करीब 60 लाख रुपये क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड में डूबने की शिकायत एसआईटी को भेजी जा चुकी है. दरअसल क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई लोग धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं और पुलिस को शिकायत दे रहे हैं. ताजा मामला सिरमौर जिले के पच्छाद इलाके का है जहां एक रिटायर्ड फौजी ने इस फ्रॉड में अपने डेढ करोड़ रुपये गंवा दिए हैं. शिकायतकर्ता के मुताबिक हेमराज नाम के शख्स ने क्रिप्टो में ये कहकर निवेश करवाया था कि दो साल में रकम दोगुनी हो जाएगी. गौरतलब है रिटायर्ड फौजी ने जिस हेमराज के खिलाफ शिकायत दी है, उसे हाल ही में एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है.

सिरमौर के पच्छाद थाने में आया दर्ज हुई शिकायत
सिरमौर के पच्छाद थाने में आया दर्ज हुई शिकायत

कई मामले आ चुके हैं सामने- उल्लेखनीय है कि सिरमौर जिला में ही अब तक 2 करोड़ से अधिक की शिकायतें पुलिस को मिल चुकी हैं. डेढ़ करोड़ की शिकायत से पहले जिला सिरमौर के ददाहू, पांवटा साहिब, नाहन, शिलाई और सतोन के करीब चार दर्जन लोगों ने भी क्रिप्टोकरेंसी में करीब 60 लाख रुपए डूबने की शिकायत एसपी सिरमौर को सौंपी थी, जिसे जिला पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी को आगामी कार्रवाई के लिए भेज दिया था.

उधर इस मामले में डीएसपी राजगढ़ अरुण मोदी ने पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस थाना पच्छाद में भूतपूर्व सैनिक ने डेढ़ करोड़ रुपए हेमराज द्वारा निवेश करवाए जाने की शिकायत दर्ज करवाई है. यह क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा मामला है, जिसे की आगामी कार्रवाई के लिए एसआईटी धर्मशाला को भेज दिया गया है.

क्या है क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड- दरअसल हिमाचल प्रदेश में इन दिनों ये मामला सुर्खियां बटोर रहा है. मामले की जांच कर रही एसआईटी के मुताबिक कुछ लोगों ने क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करके मोटा मुनाफा कमाने के नाम पर लोगों से पैसे जमा करवाए थे. साथ ही उन लोगों को चेन मार्केटिंग की तर्ज पर आगे लोग जोड़ने के लिए कहा गया था. चेन बनने पर सबसे ऊपर के लोगों को ज्यादा मुनाफा मिलता था. शुरुआत में कई लोगों को मुनाफा भी दिखा, जिसके बाद लालच में आकर कई लोगों ने मोटी रकम इन्वेस्ट कर दी.

कई पुलिसवाले भी शामिल- इस फ्रॉड में खास बात ये है कि कई पुलिसवाले भी लालच के फेर में पड़ गए. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के मुताबिक करीब 5000 सरकारी कर्मचारी भी ठगी का शिकार हुए और कुछ लोगों ने तो सरकारी नौकरी छोड़कर चेन मार्केटिंग की तर्ज पर लोगों को इस क्रिप्टो करेंसी के फ्रॉड में इन्वेस्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया. मुनाफे के चक्कर में अपने परिवार, दोस्त या रिश्तेदारों का पैसा भी लगवाया गया. कुछ मुट्ठीभर लोगों ने इस खेल से कमाई तो की लेकिन ज्यादातर इसमें ठगे गए. इस मामले में एसआईटी ने 4 पुलिसवालों को भी गिरफ्तार किया है.

एसआईटी कर रही है जांच- कुछ जिलों से शिकायतें सामने आने के बाद इस मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गई थी. जिसने अब तक कुल 18 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. डिप्टी सीएम के मुताबिक क्रिप्टो के नाम पर 2500 करोड़ रुपये ठगे गए हैं. हालांकि जैसे-जैसे प्रदेशभर से शिकायतें मिल रही है ये रकम और भी ज्यादा हो गई है. एसआईटी आरोपियों और मास्टरमाइंड की तलाश के अलावा ये जांचने में भी जुटी है कि आखिर कुल कितने लोगों से कुल कितने रूपये की ठगी हुई है. हिमाचल के कई जिलों से लोग पुलिस में मामले दर्ज करवा चुके हैं.

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