पांवटा साहिब: देशभर में इन दिनों आम का सीजन है. पांवटा साहिब में पिछले वर्ष की तुलना में इस बार आम महंगा बिक रहा है. कोविड-19 संक्रमण के चलते किए गए लॉकडाउन ने आम की खपत घटा दी है. जिसके चलते इस साल आम का स्वाद आम आदमी की जेब पर थोड़ा भारी पड़ रहा है.
जून-जुलाई में आम का सीजन पीक पर होता है, लेकिन इस साल भीषण गर्मी में भी सबके दिलों पर राज करने वाला आम का फल, आम जनता की पहुंच से बाहर है. जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में फलों का राजा आम सब्जी मंडी से निकलते ही खास हो जाता है. इस बार दशहरी आम के दाम 60 से ₹70 किलो पहुंच गए हैं.
पांवटा साहिब बाजार में आम तो नजर आ रहे हैं पर खरीदार ना के बराबर हैं. लॉकडाउन से लोगों की आय का जरिया लगभग खत्म हो गया है और दूसरा आम के दाम इतने बढ़ गए हैं कि इसे खरीदना लोगों के लिए पहाड़ बन गया है. स्थानी लोगों का कहना है कि वह बाजार में 5 किलो आम खरीदने पहुंचे थे पर आम के दाम जानने के बाद सिर्फ 1 किलो ही घर ले जा रहे हैं.
इस वजह से आम हुआ महंगा
अन्य सालों के मुकाबले इस वर्ष आम के महंगे होने की मुख्य वजह कोरोना वायरस है. वहीं, लॉकडाउन के दौरान आम के बगीचों में लेबर ना मिलने की वजह से फसल की सही से देखरेख नहीं हो पाई. साथ ही खराब मौसम और ओलावृष्टि ने आम की पैदावार को कम कर दिया. पांवटा साहिब में मार्च-अप्रैल महीने में आम की पैदावार सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है. यही कारण है कि इस साल आम ज्यादा महंगा बिक रहा है.
बता दें कि उत्तराखंड, यूपी, हरियाणा आदि राज्यों की मंडियों से आम पांवटा साहिब की सब्जी मंडी में पहुंचाया जाता है. पांवटा मंडी से सतोन, कफोटा, टिम्मी, दुगना, शिलाई रोहनाट, माजरा, पुरुवाला, भगानी और पांवटा साहिब के आसपास के क्षेत्रों में आम कि सप्लाई की जाती है. पांवटा बाजार में सैकड़ों रेहड़ियों के माध्यम से भी आम का व्यावार किया जाता है.
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