नाहनः देश सहित प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर काफी घातक साबित हुई. सिरमौर जिला भी इससे अछूता नहीं रहा. हालांकि वर्तमान में कोरोना की दूसरी लहर में गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन संक्रमण की तीसरी लहर और अधिक घातक होने की संभावना भी जताई जा रही है. ऐसे में डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने जिलावासियों को 3-सी, 2 डब्ल्यू व 1-वी का मंत्र दिया है.
3-सी, 2 डब्ल्यू व 1-वी का अर्थ
मीडिया से बात करते हुए डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से जिलावासी बच भी सकते हैं, बेशर्ते उन्हें 3-सी, 2 डब्ल्यू व 1-वी की सख्ती से पालना करें. डॉ. परूथी ने 3-सी का मतलब सांझा करते हुए कहा कि पहले सी का मतलब क्राउडेड प्लेस यानी भीड़भाड़ वाले स्थान पर न जाएं और यदि जाना भी पड़े, तो बिना मास्क के न जाएं. दूसरा सी मतलब कन्फ्राइंड प्लेस यानी जो लोग होम आइसोलेशन में हैं, वहां पर वेंटिलेशन (हवा) की व्यवस्था होनी चाहिए. तीसरा-सी मतलब कलोज कॉन्टेक्ट से अभी बचना चाहिए, क्योंकि कोरोना से पहले का जो जीवन होता था, उसे लौटने में अभी समय लगेगा.
2-डब्ल्यू को लेकर डीसी ने बताया कि पहले डब्ल्यू का मतलब वियर मास्क यानी जब भी लोग घर से निकलें, तो मास्क सही तरीके से पहनकर ही निकलें. दूसरे डब्ल्यू का मतलब यानी वाशिंग हैंड यानी जब भी बाहर से वापिस घर लौटते हैं तो अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं.
1-वी मतलब अपना तुरंत वैक्सीनेशन करवाएं. डीसी ने कहा कि वर्तमान में कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह से लोगों का व्यवहार है कि न सही ढंग से मास्क लगा रहे हैं और सरकारी निर्देशों की भी अवहेलना कर रहे हैं.
क्या कहते हैं डीसी
डीसी डॉ. आरके परूथी ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से जिलावासी बच भी सकते हैं, लेकिन लोगों को उपरोक्त सुझाव की पालना करनी होगी. यदि लापरवाही बरतेंगे तो कोरोना की ऐसी लहर आती रहेंगी.
जिला प्रशासन के मुुताबिक सिरमौर जिला में कोरोना संक्रमण की गति हालांकि कुछ धीमी पड़ी है, जिसके बाद जिला में रिकवरी रेट 97 प्रतिशत तक पहुंच गया है, लेकिन मृत्यु दर अभी भी 1.03 प्रतिशत है. लिहाजा लोगों को काफी सतर्क रहने की आवश्यकता है, ताकि संक्रमण से बचाव हो सके.
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