राजगढ़: सिरमौर और शिमला जिला की सीमा पर स्थित अराध्य देव चूड़धार में स्थित शिरगुल महाराज के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं को आने वाले समय में अच्छी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. जल्द ही यहां आने वाले पर्यटकों की समस्याएं दूर होने वाली हैं. पर्यटन स्थल के विकास के लिए 3.50 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है, जहां अब पर्यटकों को सुविधाएं मिलेंगी. वहीं, अब चूड़धार पर्यटन की दृष्टि से विकसित होगा.
हिमाचल सरकार के पर्यटन विभाग व सरकार की ओर से चूड़धार में ये राशी खर्च होगी. मुख्य तौर पर नौहराधार से चूड़धार तक करीब 16 किमी ट्रैक बनाया जाएगा. वहीं, श्रद्धालुओं के रुकने की उचित व्यवस्था की जाएगी.
रास्ते में कैफट एरिया और हट्स बनाए जाएंगे. इसके अलावा जगह-जगह बोर्ड लगाए जाएंगे. पर्यटन विभाग ने सर्वे करके पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र में विकास की विभिन्न गतिविधियों को डीपीआर में शामिल किया है.
गौरतलब है कि आज तक नौहराधार से लेकर चूड़धार तक का क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से विकसित नहीं हो पाया था. हर साल यहां हजारों की तादाद में प्रदेश और बाहरी राज्यों से श्रद्धालु पहुंचते हैं. नौहराधार से चूड़धार पर्यटकों के लिए सबसे नजदीक ट्रैक है.
जिला पर्यटन अधिकारी राजीव शुक्ला ने बताया कि नौहराधार से चूड़धार को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए 3.50 करोड़ सरकार स्वीकृत की जा चुके हैं. जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा.