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शिमला शहर में जानलेवा साबित हो सकता है पानी, जांच में 10 सैंपल फेल

शहर में विभिन्न स्थानों से लिए गए पानी के 10 सैंपल फेल हो गए हैं. ये सैंपल उन जगहों से लिए गए थे जिनका पानी रोज हजारों लोग इस्तेमाल कर रहे हैं.

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Published : Mar 17, 2019, 11:08 AM IST

शिमला: शहर में विभिन्न स्थानों से लिए गए पानी के 10 सैंपल फेल हो गए हैं. ये सैंपल उन जगहों से लिए गए थे जिनका पानी रोज हजारों लोग इस्तेमाल कर रहे हैं.

बता दें कि एमसी शिमला ने सेक्टर दो न्यू शिमला, सेक्टर तीन पुराना टैंक न्यू शिमला, सेक्टर चार न्यू शिमला, रिज टैंक, सेक्टर एक टैंक न्यू शिमला, मेन फील्ड टैंक, ढली टैंक और जाखू टैंक से 11 व 12 मार्च को सैंपल लिए थे. जिसकी रिपोर्ट 14 मार्च को आई, जिसमें कि ये सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे. रिपोर्ट के मुताबिक, सेक्टर एक न्यू शिमला टैंक का पानी सबसे ज्यादा दूषित पाया गया. इसमें मोस्ट प्रोबेबल नंबरों की संख्या 180 तक पहुंच गई है.

water sample failed in shimla
शिमला शहर में पानी के सैंपल फेल

वहीं, सेक्टर तीन पुराने टैंक में 11 एमपीएस, सेक्टर चार न्यू शिमला 7 एमपीएस, सेक्टर दो न्यू शिमला तीन एमपीएस, मैन फील्ड टैंक एक एमपीएस, ढली टैंक एक एमपीएस और जाखू टैंक एक एमपीएस है, जबकि पीने योग्य पानी में ये संख्या शून्य होनी चाहिए.

महापौर शिमला कुसुम सदरेट ने कहा कि रिज टैंक समेत शहर के अन्य पेयजल स्रोतों की सर्दी शुरू होने से पहले सफाई करवाई गई है. अब फिर से जल्द ही सफाई करवाई जाएगी ताकि लोगों को स्वच्छ पीने का पानी मिल सके.

शिमला: शहर में विभिन्न स्थानों से लिए गए पानी के 10 सैंपल फेल हो गए हैं. ये सैंपल उन जगहों से लिए गए थे जिनका पानी रोज हजारों लोग इस्तेमाल कर रहे हैं.

बता दें कि एमसी शिमला ने सेक्टर दो न्यू शिमला, सेक्टर तीन पुराना टैंक न्यू शिमला, सेक्टर चार न्यू शिमला, रिज टैंक, सेक्टर एक टैंक न्यू शिमला, मेन फील्ड टैंक, ढली टैंक और जाखू टैंक से 11 व 12 मार्च को सैंपल लिए थे. जिसकी रिपोर्ट 14 मार्च को आई, जिसमें कि ये सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे. रिपोर्ट के मुताबिक, सेक्टर एक न्यू शिमला टैंक का पानी सबसे ज्यादा दूषित पाया गया. इसमें मोस्ट प्रोबेबल नंबरों की संख्या 180 तक पहुंच गई है.

water sample failed in shimla
शिमला शहर में पानी के सैंपल फेल

वहीं, सेक्टर तीन पुराने टैंक में 11 एमपीएस, सेक्टर चार न्यू शिमला 7 एमपीएस, सेक्टर दो न्यू शिमला तीन एमपीएस, मैन फील्ड टैंक एक एमपीएस, ढली टैंक एक एमपीएस और जाखू टैंक एक एमपीएस है, जबकि पीने योग्य पानी में ये संख्या शून्य होनी चाहिए.

महापौर शिमला कुसुम सदरेट ने कहा कि रिज टैंक समेत शहर के अन्य पेयजल स्रोतों की सर्दी शुरू होने से पहले सफाई करवाई गई है. अब फिर से जल्द ही सफाई करवाई जाएगी ताकि लोगों को स्वच्छ पीने का पानी मिल सके.


शिमला शहर में पानी के सेम्पल फेल

शिमला।

शिमला शहर में विभिन्न स्थानों से लिए गए पानी के 10 सैंपल फेल हो गए हैं। ये सैंपल उन जगहों से लिए गए थे जिनका पानी रोज हजारों लोग उपयोग कर रहे हैं।

सेक्टर दो न्यू शिमला, सेक्टर तीन पुराना टैंक न्यू शिमला, सेक्टर चार न्यू शिमला, रिज टैंक, सेक्टर एक टैंक न्यू शिमला, मैन फील्ड टैंक, ढली टैंक, जाखू टैंक से 11 व 12 मार्च को सैंपल लिए थे। रिपोर्ट 14 मार्च को आई और यह मानकों पर खरे नहीं उतरे। रिपोर्ट के मुताबिक सेक्टर एक न्यू शिमला टैंक का पानी सबसे अधिक दूषित पाया गया। इसमें मोस्ट प्रोबिबल नंबरों की संख्या 180 तक पहुंच गई है। वहीं, सेक्टर तीन पुराने टैंक में 11 एमपीएस, सेक्टर चार न्यू शिमला 7 एमपीएस, सेक्टर दो न्यू शिमला तीन एमपीएस, मैन फील्ड टैंक एक एमपीएस, ढली टैंक एक एमपीएस, जाखू टैंक एक एमपीएस है, जबकि पीने योग्य पानी में यह संख्या शून्य होनी चाहिए।
रिज टैंक सहित शहर के अन्य पेयजल स्रोतों की सर्दी शुरू होने से पहले सफाई करवाई गई है। अब जल्द ही सफाई करवाई जाएगी, जिससे लोगों को स्वच्छ पेयजल प्राप्त हो सके।

-कुसुम सदरेट, महापौर शिमला।

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