शिमला: कोरोना महामारी के बीच प्रदेश सरकार ने पर्यटकों के लिए हिमाचल की सीमाएं खोल दी है, लेकिन इस संकट काल में बाहरी राज्यों से लोग घूमने के लिए घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. लोगों में कोरोना को लेकर डर साफ नजर आ रहा है.
जुलाई में जहां 2 लाख पर्यटक बाहरी राज्यों से पहाड़ों की रानी शिमला घूमने आते थे, वहीं इस बार कोरोना संक्रमन के बीच सरकार की ओर से पर्यटकों के लिए हिमाचल की सीमाएं खोंलने के बाद केवल 51 पर्यटक ही बाहरी राज्यों से शिमला पहुंचे है. इसमें अधिकतर लोग दिल्ली के हैं, जो सरकार की ओर से तय शर्तों के तहत 5 दिनों के लिए घूमने शिमला आए हैं.
जिला प्रशासन की ओर से शोघी बैरियर पर सभी लोगों के दस्तावेजों की जांच करने के बाद ही उन्हें जिला में प्रवेश दिया जा रहा है. कई लोग कोरोना की फर्जी रिपोर्ट लेकर भी पहुंच रहे हैं, जिन्हें शोघी बैरियर से ही वापस भेजा जा रहा है.
डीसी शिमला अमित कश्यप ने कहा कि जिला में उन्हीं पर्यटकों को प्रवेश दिया जा रहा है, जिनके पास होटल की पांच दिन की एडवांस बुकिंग और 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर आ रहे हैं. इस दौरान 51 पर्यटक शिमला घूमने आए हैं, जिसमें से 44 लोग शिमला शहर के होटलों में रह रहे हैं जबकि 4 ठियोग और 3 रामपुर में हैं. प्रशासन की ओर से इन पर नजर रखी जा रही है और इन्हें ट्रेस भी किया जा रहा है कि ये कहां-कहां घूमने जा रहे हैं.
कोरोना टेस्ट की गलत रिपोर्ट देने या झूठ बोलकर प्रवेश करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. उन्होंने कहा कि कई पर्यटक फर्जी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट लेकर शिमला पहुंच रहे है, जिन्हें शोघी बैरियर से ही वापस भेज दिया गया है.
बता दें कि सरकार ने 4 जुलाई को हिमाचल को पर्यटकों के लिए खोल दिया था, लेकिन कोरोना के डर और कड़े नियमों के चलते पर्यटक फिलहाल हिमाचल आने से कतरा रहे हैं. पिछले 15 दिनों में केवल 51 पर्यटकों ने ही शिमला जिला का रुख किया है.
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