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चमोली हादसे में हिमाचल के करीब 10 लोग लापता, जयराम सरकार ने मांगी रिपोर्ट

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Published : Feb 9, 2021, 10:54 PM IST

Updated : Feb 10, 2021, 7:36 AM IST

चमोली हादसे में हिमाचल के करीब 10 लोग लापता है. उधर मुख्‍य सचिव अनिल खाची ने कहा कि उन्‍होंने उतराखंड के मुख्‍य सचिव से रिपोर्ट मांगी है. लेकिन अभी तक वहां से कोई जवाब नहीं आया है. प्रदेश सरकार जवाब का इंतजार कर रही हैं.

Uttarakhand tragedy
Uttarakhand tragedy

शिमलाः उत्तराखंड के चमोली हादसे में हिमाचल के लापता लोगों का आंकड़ा दस तक पहुंच गया है. इन दस लोगों में से 5 लोग रामपुर की किन्‍नू पंचायत जबकि दो लोग शिंगला पंचायत के हैं. शिंगला पंचायत के पवन और राकेश की उम्र तीस साल के आस पास है. एक व्‍यक्ति पालमपुर का और एक व्यक्ति पांवटा का जीत सिंह ठाकुर, एक मंडी जिला के करसोग तहसील का गुरमीत वर्मा लापता बताया जा रहा है. हादसे के बाद से इन लोगों की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. अतिरिक्त मुख्‍य सचिव राजस्‍व आरडी धीमान ने कहा कि सरकार के पास लापता हुए दस लोगों की जानकारी पहुंच चुकी है.

अब तक 36 लोगों के शव बरामद

उत्तराखंड त्रासदी में अबतक 36 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. वहीं, अभी भी करीब 170 लोग लापता हैं. तपोवन की सुरंग में भी 35 लोग फंसे हुए बताए जा रहे हैं, जिन्हें बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है. एनडीआरएफ, सेना और एसडीआरएफ का ज्वाइंट ऑपरेशन जारी है.

वीडियो.

लापता व्‍यक्ति से कोई संपर्क नहीं हुआ

रामपुर के लापता सात लोगों में से एक कैलाश ठेकेदार है. जिस दिन हिमखंड आने की वजह से बाढ़ आई और ऋषिगंगा पर निर्माणाधीन बिजली परियोजना तबाह हो गई. उसी दिन रामपुर से लोग चमोली के लिए चले गए थे. अभी तक किसी भी लापता व्‍यक्ति से कोई संपर्क नहीं हुआ है. घटना स्थल पर मौजूद वहां के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी में रामपुर प्रशासन से बात करते हुए कहा कि तीस से चालीस फुट का मलबा है.

रामपुर के लापता सात लोगों में से एक कैलाश ठेकेदार है. जिस दिन हिमखंड आने की वजह से बाढ़ आई और ऋषिगंगा पर निर्माणाधीन बिजली परियोजना तबाह हो गई. उसी दिन रामपुर से लोग चमोली के लिए चले गए थे. अभी तक किसी भी लापता व्‍यक्ति से कोई संपर्क नहीं हुआ है. घटना स्थल पर मौजूद वहां के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी में रामपुर प्रशासन से बात करते हुए कहा कि तीस से चालीस फुट का मलबा है. उसे निकालने में समय. इन लोगों के परिजनों की भी वहां के अधिकारियों से बात करवाई गई है. पहले इन लोगों को परियोजना स्‍थल तक नहीं जाने दिया जा रहा था, लेकिन बात करने के बाद उन्‍हें परियोजना स्‍थल पर जाने दिया गया है.

मुख्‍य सचिव अनिल खाची ने कहा

उधर मुख्‍य सचिव अनिल खाची ने कहा कि उन्‍होंने उतराखंड के मुख्‍य सचिव से रिपोर्ट मांगी है. लेकिन अभी तक वहां से कोई जवाब नहीं आया है. प्रदेश सरकार जवाब का इंतजार कर रही हैं.

उतराखंड के मुख्‍यमंत्री से बात कर मांगा विवरण

मुख्‍यमंत्री ने कहा उनकी उतराखंड के मुख्‍यमंत्री से बात हुई है. पूरा विवरण मांगा गया है. प्रदेश के सात या आठ लोग वहां से लापता हैं, लेकिन सही संख्‍या कितनी है इस बारे में रिपोर्ट मांगी गई है.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड आपदा : एक और बड़े 'हादसे' को लेकर हरिश रावत ने किया अलर्ट

शिमलाः उत्तराखंड के चमोली हादसे में हिमाचल के लापता लोगों का आंकड़ा दस तक पहुंच गया है. इन दस लोगों में से 5 लोग रामपुर की किन्‍नू पंचायत जबकि दो लोग शिंगला पंचायत के हैं. शिंगला पंचायत के पवन और राकेश की उम्र तीस साल के आस पास है. एक व्‍यक्ति पालमपुर का और एक व्यक्ति पांवटा का जीत सिंह ठाकुर, एक मंडी जिला के करसोग तहसील का गुरमीत वर्मा लापता बताया जा रहा है. हादसे के बाद से इन लोगों की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. अतिरिक्त मुख्‍य सचिव राजस्‍व आरडी धीमान ने कहा कि सरकार के पास लापता हुए दस लोगों की जानकारी पहुंच चुकी है.

अब तक 36 लोगों के शव बरामद

उत्तराखंड त्रासदी में अबतक 36 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. वहीं, अभी भी करीब 170 लोग लापता हैं. तपोवन की सुरंग में भी 35 लोग फंसे हुए बताए जा रहे हैं, जिन्हें बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है. एनडीआरएफ, सेना और एसडीआरएफ का ज्वाइंट ऑपरेशन जारी है.

वीडियो.

लापता व्‍यक्ति से कोई संपर्क नहीं हुआ

रामपुर के लापता सात लोगों में से एक कैलाश ठेकेदार है. जिस दिन हिमखंड आने की वजह से बाढ़ आई और ऋषिगंगा पर निर्माणाधीन बिजली परियोजना तबाह हो गई. उसी दिन रामपुर से लोग चमोली के लिए चले गए थे. अभी तक किसी भी लापता व्‍यक्ति से कोई संपर्क नहीं हुआ है. घटना स्थल पर मौजूद वहां के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी में रामपुर प्रशासन से बात करते हुए कहा कि तीस से चालीस फुट का मलबा है.

रामपुर के लापता सात लोगों में से एक कैलाश ठेकेदार है. जिस दिन हिमखंड आने की वजह से बाढ़ आई और ऋषिगंगा पर निर्माणाधीन बिजली परियोजना तबाह हो गई. उसी दिन रामपुर से लोग चमोली के लिए चले गए थे. अभी तक किसी भी लापता व्‍यक्ति से कोई संपर्क नहीं हुआ है. घटना स्थल पर मौजूद वहां के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी में रामपुर प्रशासन से बात करते हुए कहा कि तीस से चालीस फुट का मलबा है. उसे निकालने में समय. इन लोगों के परिजनों की भी वहां के अधिकारियों से बात करवाई गई है. पहले इन लोगों को परियोजना स्‍थल तक नहीं जाने दिया जा रहा था, लेकिन बात करने के बाद उन्‍हें परियोजना स्‍थल पर जाने दिया गया है.

मुख्‍य सचिव अनिल खाची ने कहा

उधर मुख्‍य सचिव अनिल खाची ने कहा कि उन्‍होंने उतराखंड के मुख्‍य सचिव से रिपोर्ट मांगी है. लेकिन अभी तक वहां से कोई जवाब नहीं आया है. प्रदेश सरकार जवाब का इंतजार कर रही हैं.

उतराखंड के मुख्‍यमंत्री से बात कर मांगा विवरण

मुख्‍यमंत्री ने कहा उनकी उतराखंड के मुख्‍यमंत्री से बात हुई है. पूरा विवरण मांगा गया है. प्रदेश के सात या आठ लोग वहां से लापता हैं, लेकिन सही संख्‍या कितनी है इस बारे में रिपोर्ट मांगी गई है.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड आपदा : एक और बड़े 'हादसे' को लेकर हरिश रावत ने किया अलर्ट

Last Updated : Feb 10, 2021, 7:36 AM IST
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