शिमलाः देव भूमि हिमाचल में देव कार्यो और मेलों का अनूठा संगम है. यंहा के मेलों को आपसी भाईचारे का प्रतीक माना जाता है. इसी देव परम्परा का प्रतीक लोगों की आस्था से जुड़ा गड़ाकुफर का प्रसिद्ध जठैजों मेला शुक्रवार को बड़ी धूमधाम ओर हर्षोल्लास के साथ मनाया गया.
मेले में स्थानीय देवता कालू नाग देवता जी की पालकी का वाद्ययंत्रों ओर ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया. इस अवसर पर शिमला संसदीय सीट से नवनिर्वाचित सांसद सुरेश कश्यप ने बतौर मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की. इस दौरान केलवी, भराना और कन्दरू पंचायत के जनप्रतिनिधियों सहित आम जनता ने सुरेश कश्यप का फूल मालाओं ओर ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया.
सांसद सुरेश कश्यप ने कालु नाग देवता जी के चरणों मे माथा टेका और उनका आशीर्वाद लिया. साथ ही गड़ाकुफर झील का नवनिर्माण के बाद लोकार्पण भी किया और उसका दीदार कर मछलियों को आटा भी खिलाया. चुनाव में मिली शानदार जीत के बाद सुरेश कश्यप ने पहली बार ठियोग का दौरा किया. केलवी पंचायत में आयोजित इस मेले में हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया.
इस दौरान कालु नाग देवता जी की पालकी के साथ देवलुओं ने भव्य जातर लगाई और लोगो ने कालु नाग देवता से अपनी ओर इलाके की सुख समृद्धि की लिए आशीर्वाद लिया. वहीं लोगों के मनोरंजन के लिए मेले में कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए. इस दौरान राज्यस्तरीय लोक गायक शशि चौहान,रीना ठाकुर और सन्तोष कुमार ने लोकगीतों से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया जिस दौरान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आये सुरेश कश्यप भी खुद को पहाड़ी नाटी में झूमने से नही रोक पाए.
लोकसभा में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद सुरेश कश्यप ने लोगों को वोट देने के लिए धन्यवाद किया और कहा कि वे लोगों के भरोसे पर खरा उतरने में कोई कसर नही छोडेंगे. उन्होंने कहा कि शिमला के लोगों की मुख्य आर्थिकी सेब है और बागवानों को सेब का उचित दाम मिले इसके लिये वे संसद में हर सम्भव प्रयास करेंगे.
इस दौरान सांसद ने केलवी पंचायत में वैटनरी की मांग को पूरा करने और ओर उच्च विद्यालय गड़ाकुफर के स्कूल में लगने वाली सीढ़ियों के लिए 1लाख 50 हजार देने की घोषणा भी की. और आने वाले समय मे लोगों की हर समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया.