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HPU हॉस्टल्स में मेस नहीं खुलने से छात्रों ने की नारेबाजी, थाली बजाकर जताया विरोध - हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय

एचपीयू प्रशासन ने अभी तक हॉस्टल की मेस को ही नहीं चलाया है. जिसकी वजह से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

नारेबाजी करते छात्र
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Published : Mar 9, 2019, 8:13 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में शीतकालीन अवकाश 19 फरवरी को समाप्त हो चुके हैं. छात्र एचपीयू कैंपस में वापस लौट कर अपनी कक्षाएं भी लगा रहे हैं लेकिन, एचपीयू प्रशासन ने अभी तक हॉस्टल की मेस को ही नहीं चलाया है. जिसकी वजह से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

shimla, protest against chief warden, mes
नारेबाजी करते छात्र

इसी के विरोध में छात्रों ने शनिवार को एचपीयू में चीफ वार्डन कार्यालय का घेराव किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. छात्र हाथों में खाने की प्लेट और चम्मच ले कर पहुंचे और चीफ वार्डन कार्यालय के बाहर खाली प्लेट्स को चम्मच से बजा कर प्रशासन की नींद खोलने को लेकर जमकर नारेबाजी की.
एचपीयू में हजारों छात्र एचपीयू के छात्रावासों में रहते हैं अब जब हॉस्टल खुल गए हैं उसके बाद भी एचपीयू प्रशासन होस्टलों की मेस को नहीं खोल रहा है. अब जो छात्र हॉस्टलों में रह रहे हैं मेस न खुलने की वजह से उन्हें खाना हॉस्टलों में नहीं मिल पा रहा है.छात्रों को बाहर खाना पड़ रहा है जिसके चलते उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है. छात्र बार बार एचपीयू प्रशासन से यह मांग कर चुके है कि हॉस्टल्स की मेस को खोल दिया जाए लेकिन प्रशासन उनकी इस मांग को नजरअंदाज कर रहा है. छात्र रहते तो हॉस्टल्स में हैं और यहां खाने के लिए मेस भी है लेकिन उसके बावजूद भी एचपीयू इसका लाभ छात्रों को नहीं दे रहा है.
नारेबाजी करते छात्र

एचपीयू में 14 छात्रवास है जिनमें से चार बॉयज हॉस्टल है और उनकी मेस एचपीयू प्रशासन ने नहीं खोली है. इन हॉस्टल में सैकड़ों छात्र रहते हैं जिनको परेशानी हो रही है. बार-बार प्रशासन को इस बात से अवगत करवाया गया है कि हॉस्टलों की मेस को खोला जाए ताकि छात्रों को खाने की सुविधा हॉस्टलों में ही मिल सके लेकिन, प्रशासन के नकारात्मक रवैये के चलते ही अब छात्रों को हाथों में प्लेट और चम्मच ले कर चीफ वार्डन कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ रहा है.
छात्रों ने चेताया है कि यह प्रदर्शन तब तक इसी तरह जारी रहेगा जब तक छात्रों की मांग पूरी नहीं होती है.

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में शीतकालीन अवकाश 19 फरवरी को समाप्त हो चुके हैं. छात्र एचपीयू कैंपस में वापस लौट कर अपनी कक्षाएं भी लगा रहे हैं लेकिन, एचपीयू प्रशासन ने अभी तक हॉस्टल की मेस को ही नहीं चलाया है. जिसकी वजह से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

shimla, protest against chief warden, mes
नारेबाजी करते छात्र

इसी के विरोध में छात्रों ने शनिवार को एचपीयू में चीफ वार्डन कार्यालय का घेराव किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. छात्र हाथों में खाने की प्लेट और चम्मच ले कर पहुंचे और चीफ वार्डन कार्यालय के बाहर खाली प्लेट्स को चम्मच से बजा कर प्रशासन की नींद खोलने को लेकर जमकर नारेबाजी की.
एचपीयू में हजारों छात्र एचपीयू के छात्रावासों में रहते हैं अब जब हॉस्टल खुल गए हैं उसके बाद भी एचपीयू प्रशासन होस्टलों की मेस को नहीं खोल रहा है. अब जो छात्र हॉस्टलों में रह रहे हैं मेस न खुलने की वजह से उन्हें खाना हॉस्टलों में नहीं मिल पा रहा है.छात्रों को बाहर खाना पड़ रहा है जिसके चलते उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है. छात्र बार बार एचपीयू प्रशासन से यह मांग कर चुके है कि हॉस्टल्स की मेस को खोल दिया जाए लेकिन प्रशासन उनकी इस मांग को नजरअंदाज कर रहा है. छात्र रहते तो हॉस्टल्स में हैं और यहां खाने के लिए मेस भी है लेकिन उसके बावजूद भी एचपीयू इसका लाभ छात्रों को नहीं दे रहा है.
नारेबाजी करते छात्र

एचपीयू में 14 छात्रवास है जिनमें से चार बॉयज हॉस्टल है और उनकी मेस एचपीयू प्रशासन ने नहीं खोली है. इन हॉस्टल में सैकड़ों छात्र रहते हैं जिनको परेशानी हो रही है. बार-बार प्रशासन को इस बात से अवगत करवाया गया है कि हॉस्टलों की मेस को खोला जाए ताकि छात्रों को खाने की सुविधा हॉस्टलों में ही मिल सके लेकिन, प्रशासन के नकारात्मक रवैये के चलते ही अब छात्रों को हाथों में प्लेट और चम्मच ले कर चीफ वार्डन कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ रहा है.
छात्रों ने चेताया है कि यह प्रदर्शन तब तक इसी तरह जारी रहेगा जब तक छात्रों की मांग पूरी नहीं होती है.
Intro:हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में शीतकालीन अवकाश 19 फरवरी को समाप्त हो चुके है। छात्र एचपीयू कैंपस में वापिस लौट कर अपनी कक्षाएं भी लगा रहे है लेकिन एचपीयू प्रशासन ने अभी तक हॉस्टलों की मेस को ही नहीं चलाया हैं जिसकी वज़ह से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी के विरोध में छात्रों ने शनिवार को एचपीयू में चीफ वार्डन कार्यालय का घेराव किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाज़ी की। छात्र हाथों में खाने की प्लेट ओर चम्मच ले कर पहुंचे और चीफ वार्डन कार्यालय के बाहर खाली प्लेट्स को चम्मच से बजा कर प्रशासन की नींद खोलने को लेकर जमकर नारेबाजी की।


Body:एचपीयू में हज़ारो छात्र एचपीयू के छात्रावासों में रहते है अब जब हॉस्टल खुल गए है उसके बाद भी एचपीयू प्रशासन होस्टलों की मेस को नहीं खोल रहा है। अब जो छात्र हॉस्टलों में रह रहे है मेस ना खुलने की वजह से उन्हें खाना हॉस्टलों में नहीं मिल पा रहा है।छात्रों को बाहर खाना पड़ रहा है जिसके चलते उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है। छात्र बार बार एचपीयू प्रशासन से यह मांग कर चुके है कि हॉस्टलों की मेस को खोल दिया जाए लेकिन प्रशासन उनकी इस मांग को नजरअंदाज कर रहा है। छात्र रहते तो हॉस्टलों में है और हॉस्टलों में खाने के लिए मेस भी है लेकिन उसके बावजूद भी एचपीयू इसका लाभ छात्रों को नहीं दे रहा है।


Conclusion:एचपीयू में 14 छात्रवास है जिनमें से चार बॉयज हॉस्टल है और उनकी मेस एचपीयू प्रशासन ने नहीं खोली है। इन हॉस्टलों में सैकड़ों छात्र रहते है जिनको परेशानी हो रही है। मामले में एबीवीपी विवि इकाई सचिव अंकित चंदेल ने बताया कि 20 से ज्यादा दिन एचपीयू को खुले हुए हो चुके है। जो छात्र हॉस्टलों में रहते है वो भी वापिस आ गए है लेकिन प्रशासन ने अभी तक हॉस्टलों की मेस नहीं खोली है। बार बार प्रशासन को इस बात से अवगत करवाया गया है कि हॉस्टलों की मेस को खोला जाए ताकि छात्रों को खाने की सुविधा हॉस्टलों में ही मिल सके लेकिन प्रशासन के नकारात्मक रवैये के चलते ही अब छात्रों को हाथों में प्लेट ओर चम्मच ले कर चीफ वार्डन कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ रहा है। छात्रों ने चेताया है कि यह प्रदर्शन तब तक इसी तरह जारी रहेगा जब तक छात्रों की मांग पूरी नहीं होती है।

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