शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सड़क सुरक्षा को अपनाने और इसे एक जन अभियान बनाने का आह्वान किया है. बता दें कि रविवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान की शुरुआत की.
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मौजूद लोगों को सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाई. उन्होंने सड़क सुरक्षा पर फेसबुक पेज और कुमार साहिल द्वारा सड़क सुरक्षा पर लिखे गाने को भी लॉन्च किया.
जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है. राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा अभियान की शुरुआत इस दिशा में एक बड़ी पहल है. प्रदेश सरकार सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बेहतर सड़कों, क्रैश बैरियरों, प्रशिक्षित ड्राइवरों और मकैनिकली फिट वाहनों का प्रावधान करने जा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य परिवहन विभाग में एक सड़क सुरक्षा सैल भी गठित किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक पहाड़ी राज्य होने के कारण यहां गंभीर सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान, राज्य में 9377 सड़क दुर्घटनाओं में 3500 लोगों ने अपनी जान गंवाई और 16,593 लोग घायल हुए हैं.
सीएम ने कहा कि हम सभी यातायात नियमों और प्रावधानों को अच्छी तरह जानते हैं, लेकिन आमतौर पर लापरवाही के कारण लोग अक्सर सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं. लोगों को यह महसूस करना होगा कि ये नियम उनकी सुरक्षा के लिए हैं. उन्हें पूरी जिम्मेदारी के साथ इनका पालन करना चाहिए.
जयराम ठाकुर ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के विश्लेषण से साबित हुआ है कि शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण सड़कों पर दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या हमेशा ज्यादा होती है. सड़क दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों में लापरवाही और शराब पीकर गाड़ी चलाना, ओवरलोडिंग, सीट बेल्ट का उपयोग न करना, वाहन चलाते समय गाने सुनना और यातायात नियमों की अनदेखी करना शामिल हैं.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस अभियान में युवा मंडलों, महिला मंडलों, नेहरू युवा केंद्रों, स्वयं सहायता समूहों और छात्रों को शामिल करने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने सभी नागरिकों से सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सहयोग करने की भी अपील की.