शिमला: हिमाचल में मानसून की बारिश ने कहर बरपा रखा है. राजधानी शिमला में भी पिछले दिनों हुई बारिश अपने साथ तबाही लेकर आई. शहर में बारिश से भूस्खलन हो रहे हैं. कई जगह मकानों को खतरा पैदा हो गया है. शिमला के अप्पर कैथू और कोमली बैंक एरिया में भी लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है. यहां भी भूस्खलन होने से कई मकानों को खतरा बना हुआ है, जिसे देखते हुए यहां रह रहे परिवारों ने घर छोड़ दिए हैं.
कैथू वार्ड में भूस्खलन से मकानों को खतरा: शिमला के कैथू वार्ड के तहत कई जगह भूस्खलन हो रहे हैं. इससे मकानों को खतरा पैदा हो गया है. लोग यहां दहशत के साये में जी रहे हैं. कुछ जगह रास्ते और सड़कों के डंगे भी ढहने की कगार पर हैं. शहर के कुछ अन्य हिस्सों की तरह इस इलाके में भी ड्रेनेज की उचित व्यवस्था नहीं है. यहां सड़कों में भी कलवट या क्रॉस ड्रेनेज नहीं बनाए गए हैं, जिससे पानी सड़कों की डंगों में घुस रहा है. जिससे इनके ढहने का खतरा बना रहा है. यही नहीं सही ड्रेनेज न होने से भूस्खलन की जद में मकान भी सकते हैं.
कोमली बैंक में तीन भवन गिरने की कगार पर: पुलिस लाइन के साथ कोमली बैंक में भी भूस्खलन हो रहा है. इसके चलते यहां तीन भवनों को खतरा पैदा हो गया है. दरअसल यहां निचली ओर एक नाला है, जिसकी ओर जमीन धंस रही है. इस वजह से इसके साथ बने तीनों भवन भी धंसने लगे हैं. इन भवनों के आंगन टेढ़े हो गए हैं. इनमें रहने वाले परिवारों ने खतरे को भांपते हुए पहले ही भवन खाली करवा दिए है. इतना ही नहीं खतरे को देखते हुए इन भवनों से गुजरने वाली सड़क को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. ताकि यहां कोई जानी हादसा न हो.
खतरे की चपेट में कोमली बैंक में तीन भवन: भूस्खलन की वजह से कोमली बैंक में तीन भवन खतरे की चपेट में है. जिसको लेकर यहां पुलिस का पहरा लगा दिया गया है. ताकि इस सड़क से लोग गाड़ियां या पैदल न गुजरे. अगर ये तीनों भवन गिरते हैं तो इनके ऊपर के साथ लगते एक भवन में भी भूस्खलन हो सकता है. बताया जा रहा है कि प्रशासन ने एहतियात के तौर पर इसमें रह रहे परिवारों से इस भवन को खाली करवाने के लिए कह दिया है.
पुलिस लाइन में सरकारी भवन को खतरा: इसके साथ ही पुलिस लाइन कैथू में एक सरकारी भवन गिरने की कगार पर है. यहां पुलिस जवानों के क्वार्टर हैं. जिस भवन में दरारें आई हैं, वो तीन मंजिला हैं और करीब आठ परिवार इसमें रहते हैं. खतरे को देखते हुए इन परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है. दरअसल पुलिस लाइन कैथू का एक हिस्सा भूस्खलन वाला है. इसके चलते यहां कुछ एक अन्य भवन में भी दरारे आई हुई हैं. हालांकि अभी इसको फिलहाल खतरा नहीं है. लेकिन लोगों में डर जरूर है. बारिश में भूस्खलन होने का खतरा बना रहता है.
कैथू जाने वाली सड़क ढहने की कगार पर: कैथू को विक्ट्री टनल से जाने वाली मुख्य सड़क का एक हिस्सा ढहने की कगार पर है. विक्ट्री टनल से कुछ ही दूरी पर इस सड़क का एक डंगा धंस गया है, जिसमें आधा फीट की दरार आ गई है. बताया जा रहा है इस डंगे को लगाए हुए छह से सात माह का वक्त ही हुआ है, लेकिन पहली बरसात में यह डंगा जवाब देने लग गया. दरअसल यहां पर पानी की निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है. इस पूरी सड़क का पानी यहां डंगे में जा रहा है, जिससे यह लाखों का डंगा ढहने की कगार पर आ गया है. इसके साथ भी सड़क का एक अन्य हिस्सा धंस रहा है. इस तरह इस सड़क का करीब 150 मीटर का हिस्सा कच्चा हो गया है और अगर भारी बारिश होती है तो यह सड़क पूरी तरह से ढह जाएगी.
सड़क बंद होने से लोगों को भारी परेशानी: विक्ट्री टनल से जाने वाली मुख्य सड़क के बंद होने से लोगों को दिक्कतें आ रही हैं. सड़क पर वाहनों की आवाजाही भी बंद कर दी गई है. हालांकि कुछ ऐक दोपहिया वाहन अपनी रिस्क पर यहां से जरूर गुजर रहे हैं. स्थानीय जॉनी राठौर का कहना है कि सड़क बंद होने से लोगों को भारी दिक्कतें आ रही हैं. यह मुख्य सड़क है और इसके बंद होने से लोगों को पैदल ही जाना पड़ रहा है. कई लोग वाहनों से दूसरी जगह से घूम कर जा रहे हैं.
डंगा गिरने से जान जोखिम में डालकर जाना पड़ रहा है: मजदूरी करने वाली सीता का कहना है कि यहां से डंगे के गिरने से जान जोखिम डालकर जाना पड़ रहा है. उनका कहना है कि छह सात महीने पहले डंगा लगाया था और यह गिरने वाला है. इसके साथ भी एक अन्य हिस्सा गिरने वाला है. इसी तरह अमित का कहना है कि अभी कुछ माह पहले सड़क का यह डंगा तैयार हुआ था, लेकिन एक ही बरसात में यह गिर रहा है. यह पुलिस लाइन और अन्नाडेल को जोड़ने वाली मुख्य सड़क है. जिससे बंद होने से लोगों को भारी दिक्कत हो रही है.