शिमला: SFI ने शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि हिमाचल विश्वविद्यालय प्रशासन नियमों को दरकिनार रख कर चहेतों को लाभ पहुंचाना चाहता है. एसएफआई ने ये आरोप लगाया है कि विवि के कई प्रोफेसर खुलकर एवीबीपी का समर्थन कर रहे हैं.
विक्रम कायथ ने कहा कि बीते 23 जुलाई को कोटेशरा कॉलेज में एक छात्रा की रैगिंग की जाती है और जब वह छात्रा अपनी शिकायत लेकर प्रिंसिपल के पास जाती है तो उसकी बात नहीं सुनी जाती है. छात्रा को मजबूर किया जा रहा है कि वह अपना माइग्रेशन दूसरे कॉलेज मे करवा लें.
विक्रम कायथ ने कहा कि नियमों को तोड़ कर पीएचडी करवाई जा रही है. जबसे ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हुई है तब से रिजल्ट बहुत देरी से निकल रहा है. यही नहीं छात्रों के अंकों में गड़बड़ी हो रही है. एसएफआई ने आरोप लगाया है कि विवि के कई प्रोफेसर खुलकर एवीबीपी का समर्थन कर रहे हैं.