ETV Bharat / state

SFI ने हिमाचल विश्वविद्यालय प्रशासन पर जड़े गंभीर आरोप, आंदोलन की चेतावनी - education

SFI ने शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि हिमाचल विश्वविद्यालय प्रशासन नियमों को दरकिनार रख कर चहेतों को लाभ पहुंचाना चाहता है. एसएफआई ने ये आरोप भा लगाया है कि विवि के कई प्रोफेसर खुलकर एवीबीपी का समर्थन कर रहे हैं.

SFI ने हिमाचल विश्वविद्यालय प्रशासन पर जड़े गंभीर आरोप
author img

By

Published : Jul 27, 2019, 8:46 PM IST

शिमला: SFI ने शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि हिमाचल विश्वविद्यालय प्रशासन नियमों को दरकिनार रख कर चहेतों को लाभ पहुंचाना चाहता है. एसएफआई ने ये आरोप लगाया है कि विवि के कई प्रोफेसर खुलकर एवीबीपी का समर्थन कर रहे हैं.

SFI ने हिमाचल विश्वविद्यालय प्रशासन पर जड़े गंभीर आरोप
शनिवार को शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में SFI के राज्याध्यक्ष विक्रम कायथ ने कहा कि विवि व कॉलेज में नियमों को दरकिनार कर चहेतों को लाभ पहुंचाया जा रहा है.

विक्रम कायथ ने कहा कि बीते 23 जुलाई को कोटेशरा कॉलेज में एक छात्रा की रैगिंग की जाती है और जब वह छात्रा अपनी शिकायत लेकर प्रिंसिपल के पास जाती है तो उसकी बात नहीं सुनी जाती है. छात्रा को मजबूर किया जा रहा है कि वह अपना माइग्रेशन दूसरे कॉलेज मे करवा लें.

विक्रम कायथ ने कहा कि नियमों को तोड़ कर पीएचडी करवाई जा रही है. जबसे ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हुई है तब से रिजल्ट बहुत देरी से निकल रहा है. यही नहीं छात्रों के अंकों में गड़बड़ी हो रही है. एसएफआई ने आरोप लगाया है कि विवि के कई प्रोफेसर खुलकर एवीबीपी का समर्थन कर रहे हैं.

शिमला: SFI ने शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि हिमाचल विश्वविद्यालय प्रशासन नियमों को दरकिनार रख कर चहेतों को लाभ पहुंचाना चाहता है. एसएफआई ने ये आरोप लगाया है कि विवि के कई प्रोफेसर खुलकर एवीबीपी का समर्थन कर रहे हैं.

SFI ने हिमाचल विश्वविद्यालय प्रशासन पर जड़े गंभीर आरोप
शनिवार को शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में SFI के राज्याध्यक्ष विक्रम कायथ ने कहा कि विवि व कॉलेज में नियमों को दरकिनार कर चहेतों को लाभ पहुंचाया जा रहा है.

विक्रम कायथ ने कहा कि बीते 23 जुलाई को कोटेशरा कॉलेज में एक छात्रा की रैगिंग की जाती है और जब वह छात्रा अपनी शिकायत लेकर प्रिंसिपल के पास जाती है तो उसकी बात नहीं सुनी जाती है. छात्रा को मजबूर किया जा रहा है कि वह अपना माइग्रेशन दूसरे कॉलेज मे करवा लें.

विक्रम कायथ ने कहा कि नियमों को तोड़ कर पीएचडी करवाई जा रही है. जबसे ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हुई है तब से रिजल्ट बहुत देरी से निकल रहा है. यही नहीं छात्रों के अंकों में गड़बड़ी हो रही है. एसएफआई ने आरोप लगाया है कि विवि के कई प्रोफेसर खुलकर एवीबीपी का समर्थन कर रहे हैं.

Intro:
एसएफआई ने विवि प्रशासन पर जड़े गम्भीर आरोप ,29 से आंदोलन की चेतावनी

शिमला।
एसएफआई ने विश्वविद्यालय प्रशासन व कॉलेज प्रशासन पर गड़बड़ झाले का आरोप लगाया है। एसएफआई का कहना है कि विवि व कॉलेज में नियमो को दरकिनार कर चहेतों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। यह बात एसएफआई के राज्याध्यक्ष विक्रम कायथ ने शनिवार को शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कही है। उनका कहना है कि इसी गड़बड़ झाले व छात्र हितों के मुद्दे पर सोमबार से आंदोलन की शुरुआत की जाएगी


Body:विक्रम कायथ ने कहा कि बीते दिनों 23जुलाई को कोटेशरा कॉलेज में एक छात्रा की रैगिंग की जाती है और जब वह छात्रा अपनी शिकायत लेकर प्रिंसिपल के पास जाती है तो उसकी बात नही सुनी जाती बल्कि जो एवीबीपी के कार्यकर्ता शराब पीकर परिसर में मारपीट कर रहे रहे उन्हें बचाने में लगे हुए है।
यही नही पीड़ित छात्रा को मजबूर किया जा रहा है कि वह अपना माइग्रेशन दूसरे कॉलेज मे करवा लें।
विक्रम। कायथ ने कहा कि विश्वविद्यालय में आईसिडियोल की निदेशक नियमो को दरकिनार कर चहेतों को पीएचडी करवा रहे है। एसएफआई ने आरोप लगाया है कि विवि के कई प्रोफेसर खुलकर एवीबीपी का समर्थन कर रहे है। और परिसर में राजनीति कर रहे है।
उन्होंने कहा कि विवि ने ऑनलाइन परिक्रिया तो शुरू कर दी है लेकिन छात्रों के लिए यह मुसीबत बनि हुई है
कायथ ने कहा कि जबसे ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हुई है रिजल्ट बहुत देरी से निकल रहा है यही नही छात्रों के अंक में गड़बड़ी हो रही है ।उनका कहा था कि रिजल्ट में जो छात्र पास थे।मार्कसीट लेने पर वही छात्र फेल है। एसएफआई ने मांग की है कि छात्र संघटन चुनाव बहाल किया जाए और ।


Conclusion:कायथ ने कहा की इसी मुद्दे को लेर 29जुलाई को कोटशेरा कालेज में धरना प्रदर्शन कर प्रिंसिपल का घेराव करेंगे ।30व 31 को कॉलेज व विवि में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा
ओर 1अगस्त को एचपीयू समेत सभी कॉलेज में प्रदर्शन होगा और उनकी मांगे नही मानी तो आंदोलन उग्र होगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.