शिमला: हिमाचल में शिमला जिले के उपमंडल कोटखाई में दोपहिया वाहन के फैंसी नंबर के लिए 1 करोड़ रुपए से अधिक की बोली लगाने वाले तीनों बोलीदाता फर्जी निकले हैं. देसराज, संजीव व धर्मवीर ने 1 करोड़ रुपए से अधिक की बोली लगाई थी. देसराज ने 1 करोड़ 12 लाख, संजीव ने 1 करोड़ 11 हजार व धर्मवीर ने 1 करोड़ 5 हजार रुपए का दांव लगाया था, लेकिन ये तीनों नंबर लेने के लिए सामने नहीं आए.
आज ऑक्शन पर फैसला: आज यानी सोमवार 27 फरवरी को परिवहन विभाग नए सिरे से ऑक्शन पर फैसला लेगा.साथ ही फर्जी बोली लगाने वालों पर भी एक्शन के लिए सरकार को मामला भेजा जाएगा. सबसे पहले फर्जी बोली लगाने वालों का पता पता वेरीफाई किया जाएगा. विभाग को संदेह है कि ये नाम व एड्रेस भी फर्जी हो सकते हैं. परिवहन विभाग ने सारा मामला संबंधित मंत्री के कार्यालय को भेजा है. अब सरकार आगामी फैसला लेगी. इस बीच नए सिरे से बोली लगाने की प्रक्रिया भी शुरू करने का फैसला मंत्री ही लेंगे.
20 फरवरी को जमा कराना थी राशि: हिमाचल में स्कूटी के फैंसी नंबर के लिए लगी 1 करोड़ रुपए से अधिक की बोली के लिए पिछले सोमवार यानी 20 फरवरी को पहले बोलीदाता ने पैसे जमा करवाने थे, लेकिन वो सामने नहीं आया. देसराज के बोली के पैसे जमा न करवाने पर अगला मौका संजीव को दिया गया, वे भी सामने नहीं आए. अब धर्मवीर ने भी पैसे जमा नहीं किए है.अब नए सिरे से बोली होगी.
देश भर में चर्चित हुआ कोटखाई का नंबर: जिला शिमला के उपमंडल कोटखाई के लिए परिवहन विभाग ने ऑनलाइन फैंसी नंबर के लिए बोली आमंत्रित की थी. ये फैंसी नंबर एचपी-99-9999 था. अचानक से ये मामला पूरे देश में सुर्खियों में आ गया, जब एक बोलीदाता ने 1 करोड़ रुपए से अधिक का दाम लगा दिया. जिस समय करोड़ रुपये से अधिक की बोली लगाई गई तभी ये आशंका पैदा हो गई थी कि बोलीदाता फर्जी हैं. अब ये आशंका सही साबित हुई है. खैर, परिवहन विभाग की तरफ से आने वाले समय में बोली लगाने से पहले कुछ रकम सिक्योरिटी के तौर पर जमा करवाने के लिए प्रावधान किया जा रहा है. ये रकम 30 फीसदी तक हो सकती है. परिवहन विभाग के निदेशक अनुपम कश्यप का कहना है कि सरकार के आगामी निर्देश के बाद अब नियम बनाए जाएंगे.
अब नालागढ़ को मिला नया नंबर, एच पी 12 Q: कोटखाई आरएलए यानी रजिस्ट्रेशन एंड लाइसेंसिंग अथॉरिटी के बाद अब नालागढ़ RLA को नई सीरीज मिली है. ये सीरीज एचपी 12 Q से शुरू होगी. इसके लिए ऑनलाइन बोली लगेगी. केंद्रीय परिवहन मंत्रालय से इसका लिंक जारी होगा. देखना है कि ये नंबर लेने के लिए अब फर्जी नाम वाले आते हैं या नहीं.
ये भी पढ़ें: हिमाचल में स्कूटी का 1 करोड़ी नंबर, इंतजार करता रहा परिवहन विभाग, रकम जमा करवाने के लिए सामने नहीं आया देसराज