शिमला: कथित रिश्वत कांड मामले में गिरफ्तार स्वास्थ्य निदेशक डॉ. अजय गुप्ता को आईजीएमसी से छुट्टी मिलने के बाद एंबुलेंस से कैथू जेल ले जाया गया. डॉ. गुप्ता इन दिनों रिश्वत लेने के आरोप में पांच दिन की न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं.
दरअसल, विजिलेंस ने डॉ. अजय गुप्ता की बीते 20 मई की देर रात गिरफ्तारी किया था. गिरफ्तारी के बाद डॉ. अजय गुप्ता को आईजीएमसी में मेडिकल के लिए लाया गया था. जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें बीपी और शुगर की बीमारी के चलते सीसीयू में दाखिल कर लिया था. इलाज के बाद सोमवार को चिकित्सकों ने उन्हें अस्पताल से छुटी दे दी.
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग में तैनात डॉ. गुप्ता पर ऑडियो वायरल होने के बाद रिश्वत लेने के आरोप लग रहे हैं. ऑडियो में डॉ. अजय गुप्ता की आवाज होने का दावा किया जा रहा था. इस ऑडियो में पांच लाख की रिश्वत मांगने की बात की गई है. ऑडियो वायरल होते ही स्वास्थ्य सचिव आरडी धीमान ने विजिलेंस को मामला सौंप दिया था. इसके बाद विजिलेंस हरकत में आई और डॉ. गुप्ता को 20 मई की देर रात पूछताछ के लिए ले गई, लेकिन जब डॉ. गुप्ता ने विजिलेंस को गुमराह करते नजर आए. इसके बाद विजिलेंस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
बहरहाल, विजिलेंस मामले की जांच कर रही है. विजिलेंस टीम ने डॉ. गुप्ता के घर और स्वास्थ्य निदेशालय में दबिश देकर दस्तावेज भी कब्जे में लिए थे. गुप्ता के घर से नगदी व पासबुक बरामद हुई है. मामले में माकपा व कांग्रेस ने स्वास्थ्य विभाग में बड़े घोटाले का आरोप लगाया है. साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग भी की है.