शिमला: कोविड-19 की वजह से वीरान पड़े कालका शिमला ट्रैक पर 15 अक्टूबर से एक बार फिर से रौनक लौट सकती है. इस हैरिटेज ट्रैक पर रेल सेवा बहाल कर एक ट्रेन चलाने की मंजूरी रेलवे बोर्ड डिवीजन अंबाला की ओर से रेल मुख्यालय से मांगी गई है.
अगर मंजूरी मिलती है ओर रेल मंत्रालय इस विश्व धरोहर ट्रैक पर एक ट्रेन को चलाने की अनुमति प्रदान करता है तो उसके बाद 15 अक्टूबर से हिमालयन क्वीन ट्रैन को इस ट्रैक पर चलाया जा सकता है. इस ट्रेन के चलने से सबसे ज्यादा सहूलियत शिमला आने वाले पर्यटकों को मिलेगी. जिससे वह कालका से सीधा रेल मार्ग से होते हुए शिमला पहुंच सकेंगे.
रेलवे की ओर से 15 अक्टूबर से कालका-दिल्ली शताब्दी ट्रेन को चलाए जाने का फैसला लिया गया है. यह ट्रेन कालका तक आएगी जिसके बाद अंबाला डिवीजन की ओर से यह विचार किया गया है कि अगर कालका से शिमला के लिए भी एक ट्रेन चला दी जाए तो इससे जहां विश्व धरोहर कालका- शिमला ट्रैक कोविड-19 के चलते खाली पड़ा है वह भी बहाल हो पाएगा और उससे सहूलियत पर्यटकों को भी मिल सकेगी.
इसी को देखते हुए हिमालयन क्वीन ट्रेन को ट्रैक पर चलाने की मंजूरी का प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेजा है. अब अगर मंजूरी मिलती है तो उसके बाद यह ट्रेन इस ट्रैक पर चलाई जाएगी और पर्यटकों को इसकी सहूलियत मिल पाएगी. वैसे भी अनलॉक-5 के बाद काफी संख्या में मैदानी इलाकों से पर्यटक शिमला घूमने आ रहे हैं.
इससे पहले जो भी पर्यटक मैदानी इलाकों से शिमला घूमने के लिए आते थे उसमें से ज्यादातर पर्यटक विश्व धरोहर कालका शिमला रेलवे ट्रैक का सफर करते हुए ही शिमला आने को प्राथमिकता देते थे. यही वजह भी है कि अक्टूबर में नवरात्रों के समय अन्य गाड़ियों के साथ एक स्पेशल ट्रेन भी कालका शिमला रेलवे ट्रैक पर चलाई जाती थी, लेकिन इस बार सामान्य गाड़ियां ही ट्रैक पर नहीं चल पा रही हैं, जबकि पर्यटकों की आवाजाही राजधानी में बढ़ चुकी है.
यहां तक कि होटल एसोसिएशन की ओर से भी प्रदेश सरकार, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और रेलवे से यह मांग की गई है कि कालका शिमला रेलवे ट्रैक पर रेल सेवा को बहाल किया जाए. जिससे कि पर्यटन को बढ़ावा मिले और कोविड से प्रभावित हुआ पर्यटन कारोबार पटरी पर आ सके.
बता दें कि शिमला में नवरात्रों में दुर्गा पूजा के समय साउथ से ज्यादा पर्यटक शिमला पहुंचते हैं. इन पर्यटकों के लिए हॉलिडे स्पेशल ट्रेन चलाई जाती थी, लेकिन इस बार कोविड की वजह से 21 मार्च से रेल मंत्रालय की ओर से सभी ट्रेन बंद कर दी गई थी और कालका शिमला रेल ट्रैक पर भी गाड़ियों को रोक दिया गया था.
तब से अभी तक कोई भी पैसेंजर ट्रेन ट्रैक पर नहीं चल रही हैं, लेकिन अब पर्यटकों की आवाजाही को देखते हुए यह मांग उठाई जा रही है कि ट्रैक पर रेल सेवा बहाल की जाए. जिसके बाद यह प्रस्ताव रेल मुख्यालय में मंजूरी के लिए रेलवे बोर्ड डिवीजन अंबाला की ओर से भेजा गया है.
हालांकि प्रदेश में पर्यटन की स्थिति को सही करने के लिए सरकार को भी इस दिशा में पहल करनी चाहिए थे. यह है तैयार प्रस्ताव रेलवे बोर्ड मंडल अंबाला की ओर से जो प्रस्ताव कालका-शिमला ट्रैक पर हिमालयन क्वीन ट्रेन चलाने को लेकर मंजूरी के लिए भेजा गया है. उसमें कालका से शिमला के लिए दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर चलाने और शिमला से अगले दिन सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर इस ट्रेन को कालका के लिए रवाना करने का शेड्यूल दिया गया है.
अगर मंत्रालय से मंजूरी दी जाती है तो इस शेड्यूल पर 15 अक्टूबर से पर्यटकों को कालका से शिमला आने के लिए रेल मार्ग की सुविधा मिल पाएगी ओर वह इस हैरिटेज ट्रैक का रोमांचकारी सफर भी कर पाएंगे.