शिमलाः ठियोग व उसके आस-पास के इलाकों के लावारिस पशुओं में रेबीज पाया गया है. जिसकी वजह से दो पशुओं की बाजार में मौत भी हो चुकी है. पशुओं का इलाज करते समय इन पशुओं ने विभाग के कर्मचारियों को भी जख्मी किया है, जिसके चलते कर्मचारियों में भी भय का माहौल बना हुआ है. अब उन्हें भी रेबीज से बचने के टीके लगाने पड़ रहे हैं.
इन पशुओं में रेबीज के ये लक्षण कंहा से आए अभी तक इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है. ठियोग में इन दिनों ये पशु बाजार में देखे जा सकते हैं. जिससे लोगों में बीमारी फैलने का खतरा ज्यादा बढ़ गया है.
यही नहीं, ये पशु बस स्टैंड और दुकानों के आस-पास घूमते रहते हैं. जंहा लोगों की भीड़ ज्यादा रहती है और ऐसे में लोगों को बीमारी फैलने का ज्यादा खतरा बना है, लेकिन प्रशासन की तरफ से अभी तक इन पशुओं को पकड़ने का कोई खास इंतजाम नहीं किया गया है.
पशुपालन विभाग ने इस बारे में ठियोग नगर निगम, पंचायतों और गोशालाओं को बीमारी के बारे में सूचित कर आवारा गायों को सड़कों से हटाने के लिए कहा गया है. ठियोग में सीनियर वेटरनरी ऑफिसर विक्रम सिंह का कहना है कि पशुओं में ये बीमारी बेहद चिंता का विषय है और इससे बचाव के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा.
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