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सीमावर्ती सड़कों के रखरखाव के लिए अतिरिक्त धन उपलब्ध करवाने को लेकर केंद्र सरकार से होगी बात- CM जयराम

सीएम जयराम ने कहा कि सड़कें बर्फबारी के कारण अक्सर खराब हो जाती हैं और इनकी लगातार मुरम्मत व रख-रखाव की आवश्यकता रहती है. उन्होंने कहा कि इनके रखरखाव के लिए पर्याप्त निधि की आवश्यकता रहती है.

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Published : Jun 7, 2019, 10:18 PM IST

शिमला: प्रदेश सरकार द्वारा सीमान्त क्षेत्रों की सड़कों के बेहतर रखरखाव के लिए बजट में बढ़ोतरी करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के साथ मामला उठाया जाएगा ताकि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़कों के रखरखाव के लिए पर्याप्त निधि उपलब्ध हो सके. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सड़क सीमा संगठन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए ये बात कही.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में पांच राष्ट्रीय उच्च मार्ग हैं जिनकी लम्बाई 570 किलोमीटर है और इनमें से एक राष्ट्रीय उच्च मार्ग (172 कि.मी. लम्बा तांदी से संसारी नाला) सैद्धान्तिक तौर पर सड़क सीमा संगठन के अधीन है. ये सभी उच्चमार्ग सामरिक और विभिन्न जनजातीय क्षेत्रों के लिए सम्पर्क की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं. यह राष्ट्रीय उच्च मार्ग विभिन्न राजमार्गों को भी जोड़ते हैं जिनका रखरखाव लोक निर्माण विभाग करता है.

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सीएम ने कहा कि यह सड़कें बर्फबारी के कारण अक्सर खराब हो जाती हैं और इनकी लगातार मुरम्मत व रख-रखाव की आवश्यकता रहती है. उन्होंने कहा कि इनके रखरखाव के लिए पर्याप्त निधि की आवश्यकता रहती है. उन्होंने कहा कि इसी प्रकार इन सड़कों पर बने पुलों की भी जल्द मरम्मती और रखरखाव की आवश्यकता है.

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मुख्यमंत्री ने सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों को रोहतांग सुरंग के कार्य को नवम्बर माह तक पूरा करने का आग्रह किया ताकि वर्ष भर लाहौल घाटी से सड़क सम्पर्क बना रहे. कृषि एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ. रामलाल मार्कण्डा ने सीमा सड़क संगठन के अधीन आने वाली सड़कों के रखरखाव पर चिंता व्यक्त की और अधिकारियों को निर्धारित सीमावधि में मुरम्मत कार्य पूरा करने का आग्रह किया ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.

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सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक ले. जनरल हरपाल सिंह, अतिविशिष्ट सेवा मैडल, विशिष्ट सेवा मैडल ने मुख्यमंत्री को रोहतांग सुरंग का समय पर निर्माण एवं अन्य सड़क सुधार कार्य पूरा करने का आश्वासन दिया. समदो-काजा-ग्राम्फु सड़क की सामरिक महत्ता के दृष्टिगत इसके सुधार को तेजी से प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा.

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अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, दीपक परियोजना मुख्य अभियन्ता ब्रिगेडियर डी. के. त्यागी, सेवा मेडल, उपायुक्त कुल्लू डॉ. रीचा वर्मा, लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियन्ता आर.के. वर्मा, स्टाफ अधिकारी ले. कर्नल दुष्यन्त पाटिल, ले. कर्नल रोहित जालवी व अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे.

शिमला: प्रदेश सरकार द्वारा सीमान्त क्षेत्रों की सड़कों के बेहतर रखरखाव के लिए बजट में बढ़ोतरी करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के साथ मामला उठाया जाएगा ताकि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़कों के रखरखाव के लिए पर्याप्त निधि उपलब्ध हो सके. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सड़क सीमा संगठन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए ये बात कही.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में पांच राष्ट्रीय उच्च मार्ग हैं जिनकी लम्बाई 570 किलोमीटर है और इनमें से एक राष्ट्रीय उच्च मार्ग (172 कि.मी. लम्बा तांदी से संसारी नाला) सैद्धान्तिक तौर पर सड़क सीमा संगठन के अधीन है. ये सभी उच्चमार्ग सामरिक और विभिन्न जनजातीय क्षेत्रों के लिए सम्पर्क की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं. यह राष्ट्रीय उच्च मार्ग विभिन्न राजमार्गों को भी जोड़ते हैं जिनका रखरखाव लोक निर्माण विभाग करता है.

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सीएम ने कहा कि यह सड़कें बर्फबारी के कारण अक्सर खराब हो जाती हैं और इनकी लगातार मुरम्मत व रख-रखाव की आवश्यकता रहती है. उन्होंने कहा कि इनके रखरखाव के लिए पर्याप्त निधि की आवश्यकता रहती है. उन्होंने कहा कि इसी प्रकार इन सड़कों पर बने पुलों की भी जल्द मरम्मती और रखरखाव की आवश्यकता है.

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मुख्यमंत्री ने सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों को रोहतांग सुरंग के कार्य को नवम्बर माह तक पूरा करने का आग्रह किया ताकि वर्ष भर लाहौल घाटी से सड़क सम्पर्क बना रहे. कृषि एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ. रामलाल मार्कण्डा ने सीमा सड़क संगठन के अधीन आने वाली सड़कों के रखरखाव पर चिंता व्यक्त की और अधिकारियों को निर्धारित सीमावधि में मुरम्मत कार्य पूरा करने का आग्रह किया ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.

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सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक ले. जनरल हरपाल सिंह, अतिविशिष्ट सेवा मैडल, विशिष्ट सेवा मैडल ने मुख्यमंत्री को रोहतांग सुरंग का समय पर निर्माण एवं अन्य सड़क सुधार कार्य पूरा करने का आश्वासन दिया. समदो-काजा-ग्राम्फु सड़क की सामरिक महत्ता के दृष्टिगत इसके सुधार को तेजी से प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा.

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अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, दीपक परियोजना मुख्य अभियन्ता ब्रिगेडियर डी. के. त्यागी, सेवा मेडल, उपायुक्त कुल्लू डॉ. रीचा वर्मा, लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियन्ता आर.के. वर्मा, स्टाफ अधिकारी ले. कर्नल दुष्यन्त पाटिल, ले. कर्नल रोहित जालवी व अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे.

Intro:सीमावर्ती सड़कों के बेहतर रखरखाव के लिए अतिरिक्त धन उपलब्ध करवाने का मामला शीघ्र ही केंद्र सरकार के साथ उठाया जाएगाः मुख्यमंत्री


 प्रदेश सरकार द्वारा सीमान्त क्षेत्रों की सड़कों के बेहतर रखरखाव के लिए बजट में बढोतरी करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय  के साथ मामला उठाया जाएगा ताकि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़कों के रखरखाव के लिए पर्याप्त निधि उपलब्ध हो सके। यह बात आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सड़क सीमा संगठन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।





Body:मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में पांच राष्ट्रीय उच्च मार्ग हैं जिनकी लम्बाई 570 किलोमीटर है तथा इनमें से एक राष्ट्रीय उच्च मार्ग (172 कि.मी. लम्बा तांदी से संसारी नाला) सैद्धान्तिक तौर पर सड़क सीमा संगठन के अधीन है। ये सभी उच्चमार्ग सामरिक तथा विभिन्न जनजातीय क्षेत्रों के लिए सम्पर्क की दृष्टि से  महत्वपूर्ण हैं। यह राष्ट्रीय उच्च मार्ग विभिन्न राजमार्गो को भी जोड़ते हैं जिनका रख-रखाव लोक निर्माण विभाग करता है।


जयराम ठाकुर ने कहा कि यह सड़कें बर्फबारी के कारण अक्सर खराब हो जाती हैं तथा इनकी लगातार मुरम्मत तथा रख-रखाव की आवश्यकता रहती है। उन्होंने कहा कि इनके रखरखाव के लिए पर्याप्त निधि की आवश्यकता रहती है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार इन सड़कों पर बने पुलों की भी जल्द मुरम्मत तथा रखरखाव की आवश्यकता है।





Conclusion:मुख्यमंत्री ने सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों को रोहतांग सुरंग के कार्य को नवम्बर माह तक पूरा करने का आग्रह किया ताकि वर्ष भर लाहौल घाटी से सड़क सम्पर्क बना रहे।


कृषि एवं जनजातीय विकास मंत्री डा. रामलाल मार्कण्डा ने सीमा  सड़क संगठन के अधीन आने वाली सड़कों के रखरखाव पर चिंता व्यक्त की तथा अधिकारियों को निर्धारित सीमावधि में मुरम्मत कार्य पूरा करने का आग्रह किया ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।


सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक ले. जनरल हरपाल सिंह, अतिविशिष्ट सेवा मैडल, विशिष्ट सेवा मैडल ने मुख्यमंत्री को रोहतांग सुरंग का समय पर निर्माण एवं अन्य सड़क सुधार कार्य पूरा करने का आश्वासन दिया। समदो-काजा-ग्राम्फु सड़क की सामरिक महत्ता के दृष्टिगत इसके सुधार को तेजी से प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा।


अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. श्रीकांत बाल्दी, दीपक परियोजना मुख्य अभियन्ता ब्रिगेडियर डी.के. त्यागी, सेवा मैडल, उपायुक्त कुल्लू डा. रीचा वर्मा, लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियन्ता आर.के. वर्मा, स्टाफ अधिकारी लै. कर्नल दुष्यन्त पाटिल, लै. कर्नल रोहित जालवी तथा अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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