शिमला: ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में एक साल के बाद एक बार फिर से कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है. गेयटी थियेटर को एक बार फिर से कला, रंगमंच और साहित्य से जुड़ी गतिविधियों के लिए खोल दिया गया है. जिसके बाद सोमवार को इस थियेटर में पहला आयोजन हुआ.
थियेटर में एक दिवसीय जिला स्तरीय लोक नृत्य ओर लोक वाद्य यंत्र प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में जिला के अलग-अलग जगहों से कलाकारों ने भाग लिया. कलाकारों ने एक अलग ही झलक हिमाचल की गेयटी के मंच पर प्रदर्शित की.
लोक वाद्य यंत्रों की धुन से गेयटी थियेटर भी गूंज उठा
लोक वाद्य यंत्रों की धुन से गेयटी थियेटर भी गूंज उठा. इस अवसर पर उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने बतौर मुख्यातिथि शिकरत की ओर प्रतियोगिता का शुभारंभ करने के साथ ही प्रतियोगिता में भाग ले रहे कलाकारों का मनोबल बढ़ाया.
इस अवसर पर उपायुक्त आदित्य नेगी ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते काफी लंबे समय के बाद इस तरह की प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि लोक वाद्यय यंत्र व लोक नृत्य हमारी संस्कृति और सभ्यता से जुड़े हुए हैं, जिसे संजोए रखना अति आवश्यक है.
भाषा एवं संस्कृति विभाग का सराहनीय कदम
उन्होंने बताया कि पौराणिक संस्कृति का धीरे-धीरे कम होने से इस तरह के आयोजन करने से लोगों में अपनी संस्कृति के प्रति जागृति प्रदान होती है, जिससे वह अपनी संस्कृति से जुड़े रहते हैं. उन्होंने बताया कि आज का यह आयोजन भाषा एवं संस्कृति विभाग का सराहनीय कदम है और आगे भी इस तरह के आयोजन किए जाने चाहिए, ताकि जिले के कलाकारों को एक मंच प्रदान हो सके और लोगों को अपनी संस्कृति के बारे में पता चल सके.
इस अवसर पर जिला भाषा अधिकारी अनिल हारटा ने मुख्यातिथि व गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की रूप रेखा व विभाग की ओर किए जा रहे कार्यों के बारे में अवगत करवाया.